डिप्टी सीएम विजय शर्मा व डीजीपी अशोक जुनैजा के निर्देश के बाद सूखे नशे पर दुर्ग पुलिस की बड़ी कार्यवाही
– अंतर्राराज्जीय नशीली दवाईयों के सप्लाई चैन राजस्थान कोटा के व्यापारी अंकुश पालीवाल को दुर्ग पुलिस ने किया गिरफ्तार
– नशीली टैबलेट व सीरफ की कीमत 1 करोड़ 60 लाख 44 हजार है
– सूखे नशे की कार्यवाही पर टीम को पुलिस के बड़े अधिकारी करेंगे पुरूस्कृत
भिलाई। डिप्टी सीएम व प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा व छत्तीसगढ़ प्रदेश के डीजीपी अशोक जुनैजा के निर्देश पर पूरे प्रदेश में सूखे नशे के खिलाफ लगातार अभियान पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है। इसी कडी में आज दुर्ग पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई। जिसमें अर्तराज्जीय नशीली दवाईयों के सप्लाई चैन पर राजस्थान के कोटा बुन्दी जयपुर दुर्ग पुलिस ने छापाकार कार्यवाही करके एक करोड़ 60 लाख 44 हजार रूपये की नशीली टैबलेट और शिरप बरामद की है। अर्तराष्ट्रीय मार्केट में भी इसकी सप्लाई थी डार्क वैब के माध्यम से सभी आरोपी जुड़े हुए थे।
इस पूरे मामले का आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामगोपाल गर्ग के द्वारा सेक्टर 6 स्थित कंट्रोल रूम में पत्रकारवार्ता लेकर जानकरी देते हुए बताया कि छग शासन द्वारा लगातार सूखे नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में मोहन नगर थाना अंतर्गत अपराध क्रमांक 520/2023, 8, 22(ग), 27(क) नार्कोटिक्स एक्ट के तहत जो विवेचना की गई। इसमें राजस्थान से जाकर आरोपी को पकड़ा। इस पूरी कार्यवाही में दुर्ग सीएसपी मणिशंकर चंद्रा व प्रशिक्षु डीएसपी सुश्री आकांक्षा पाण्डेय टीआई विजय यादव, एसआई चेतन चंद्राकर, प्रधान आरक्षक जावेद खान, आरक्षण कांति शर्मा, आरक्षक गौर सिंह राजपूत की टीम को लगाया गया था जिसमें अच्छी सफलता हासिल की है। इन्हें पुलिस के बड़े अधिकारियों से हम इस टीम को पुरूस्कृत भी कराएंगे।
श्री गर्ग आगे बताया कि राजस्थान के बुन्दी में बायोलैब रैमेडीस के संचालक अंकुश पालीवाल द्वारा पूरे देश के विभिन्न राज्यों में तथा अंतर्राष्ट्रीय मार्केट बाग्लादेश में ऑनलाईन माध्यम से फर्जी कंपनियों को नशीली दवाईयां सप्लाई करता था। जिसको आज गिरफ्तार किया गया है। अंकुश पालीवाल द्वारा अवैध रूप से जमा किए गए। प्रतिबंधित नशीली टैबलेट और शिरफ जब्त किया है।
जिसकी कीमत 1 करोड़ 60 लाख 44 हजार रूपये है। सूखे नशे के खिलाफ छत्तीसगढ़ इतिहास के यह बड़ी कार्यवाही है। यह पूरी सफलता दुर्ग के रहने वाले भाई बहन वैभव खण्डेलवाल व आकांक्षा खण्डेलवाल जो कि इंडिया मार्ट के साईट में जाकर एक फर्जी कंपनी वैभव फार्मटिकल बनाया था जिसे राजस्थान के अंकुश पालीवाल से प्रतिबंधितदवाईया मंगा कर ऑनलाईन कंपनी इंडिया मार्ट में वायरस मेडिकोस से पूरे देश में अवैध रूप से नशीली दवाई सप्लाई कर रहा था। आकांक्षा खण्डेलवाल छग के विभिन्न जिलो में रिटेल में बेचा करती थी। अंकुश पालीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में स्वीकार किया कि अवैध रूप से बनी कंपनियों को प्रतिबंधित दवाईयां की सप्लाई उनके द्वारा किया जा रहा था। प्रतिबंधित दवाईयों की निशानदेही पर दुर्ग पुलिस ने अल्फा जोलम टैबलेट व नेट 90 नग बाक्स 113430 नग टैबलेट (कीमती 11340000) उसके अलावा ट्रामाडोल टैबलेट 320 बाक्स, 46080 नग टैबलेट (कीमती 2304000) बायोकफ शीरफ 80 कॉटून 9600 नग शीरफ जिसकी कीमत 2400000 रूपये है।
श्री गर्ग ने आगे बताया कि अंकुश पालीवाल के पास से पांच हजार पन्नों का दस्तावेज भी बरामद हुआ है। यह कंपनी दवाई बनाने क लिए वैद्य थी या अवैद्य थी लाईसेंस था या नही था इसकी भी जांच दुर्ग पुलिस करेंगी। साथ ही इसमें जो लोग शामिल होंगे किसी को भी दुर्ग पुलिस बख्शेगी नही। आरोपियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है।