May 4, 2024

क्या होता है सुपर ओवर?…..जिसकी चारों ओर हो रही चर्चा

अफगानिस्तान के साथ खेले गए तीसरे टी-20 मैच में टीम इंडिया ने सुपर ओवर में एक रोमांचक जीत दर्ज की. रोमांच की हदें तो तब पार हो गईं, जब पहला सुपर ओवर भी टाई हो गया और मैच दूसरे सुपर ओवर में जा पहुंचा, जहां रोहित शर्मा एंड कंपनी ने जीत दर्ज कर सीरीज को 3-0 से जीत लिया.

ऐसे में आइए इस आर्टिकल में आपको सुपर ओवर के नियमों के बारे में बताते हैं, ताकि आप आईसीसी के इस नियम के बारे में अधिक जान सकें…

IND vs AFG के बीच खेले गए तीसरे टी-20आई मैच का रिजल्ट सुपर ओवर में आया. इसके बाद से ही चारों ओर सुपर ओवर की ही चर्चा है. सुपर ओवर का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब निर्धारित ओवर में दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो जाता है.

तब मैच का रिजल्ट आए, इसके लिए सुपर ओवर खेला जाता है, जिसमें दोनों ही टीमें 1-1 ओवर खेलती हैं और जो टीम सुपर ओवर जीतती है, वही मैच भी जीत जाती है.  सुपर ओवर नियम शुरुआत 2008 में T-20 क्रिकेट में हुई थी. वहीं, वनडे में 2011 में इसका पहली बार इस्तेमाल किया गया था.

भारत और अफगानिस्तान के बीच हुए मैच में 2 सुपर ओवर खेले गए. दरअसल, इस मैच में पहले 20-20 ओवर का गेम टाई हुआ और फिर पहला सुपर ओवर भी टाई हो गया. ऐसे में दूसरा सुपर ओवर हुआ, जहां भारत ने जीत दर्ज कर ली थी.

आपको याद होगा, साल 2019 में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में भी 2 सुपर ओवर हुए थे और दोनों ही टाई हुए थे, तब अधिक बाउंड्री लगाने वाली इंग्लैंड टीम को विनर घोषित किया गया था.

तब इस नियम पर काफी सवाल उठे थे. हालांकि, इसके बाद आईसीसी ने अपने इस नियम में संशोधन किया और नए नियम के अनुसार, सुपर ओवर तब तक कराए जाते हैं, जब तक मैच का नतीजा ना निकल जाए. यानि अब टीमों के बीच 2 ही नहीं बल्कि ज्यादा सुपर ओवर भी देखने को मिल सकते हैं.

मैच टाई होने पर खेले जाने वाले सुपर ओवर में 6 गेंदें फेंकी जाती हैं. सुपर ओवर में एक टीम की ओर से तीन खिलाड़ी बल्लेबाजी