डीएवी स्कूल कोतरी में मनाई गई स्वामी दयानंद की जयंती, बोर्ड परीक्षा से पहले बच्चों ने लिया शिक्षकों से आशीर्वाद
लोरमी। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल में सोमवार को महर्षि स्वामी दयानन्द की जयंती सम्मानपूर्वक मनाई गई। इसके साथ ही कक्षा दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा के अंतिम दिन आशीर्वाद लेकर विदाई ली। इस मौके पर विद्यालय परिसर में वैदिक हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षक व शिक्षिकाओं के साथ-साथ बच्चे शामिल हुए। हवन कार्यक्रम के पश्चात प्राचार्य व शिक्षकों ने स्वामी दयानन्द सरस्वती के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। बच्चों को संबोधित करते हुए प्राचार्य हिमांशु कुंवर ने कहा कि स्वामी जी जीवन समाज के प्रत्येक स्तर के लिए अनुकरणीय है। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को हम सबको अपनाना चाहिए। महर्षि दयानंद सरस्वती जी का एक मात्र लक्ष्य समाज को अंधविश्वास के त्रासदी से मुक्त करवाकर वेदों में उल्लेखित सत्य के मार्ग पर अग्रसर करना था। डीएवी शैक्षणिक संस्था की स्थापना स्वामी दयानन्द सरस्वती के याद में उनके मरणोपरांत लाला हंसराज ने सन 1886 में लाहौर में की। डीएवी अपने हजारों शाखाओं के साथ वर्तमान में विश्व की सर्वोच्च शैक्षणिक संस्था के रूप में स्थापित है। जिनमें लाखों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके बाद कक्षा दसवीं व बारहवीं बोर्ड के समस्त छात्र छात्राओं ने प्राचार्य व समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं का आशीर्वाद लिया। शिक्षकों ने परीक्षा में अच्छे अंकों से पास होने और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस बीच बच्चे और शिक्षक भावुक नजर आए। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं का अहम योगदान रहा।