घर की होम-मिनिस्टर, अब स्कूलों में करेंगी क्वालिटी चेक, बच्चे तभी खा पाएंगे मिड-डे मील
सरकारी स्कूलों में चल रही मिड-डे मील योजना में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने एक नवाचार करने की योजना बनाई है. इसके तहत स्कूलों में मिड-डे मील की गुणवत्ता को परखने के लिए अब मांओं को भी शामिल किया जाएगा. मांएं स्कूल में आकर पहले भोजन की जांच करेंगी, इसके बाद ही मिड-डे मील बच्चों को परोसा जाएगा. नया सिस्टम सही तरीके से लागू हो सके, इसके लिए सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षक को पहले ही एक हफ्ते का डेटा तैयार करना होगा. प्रत्येक दिन पांच माताओं को बुलाया जाएगा. शिक्षा विभाग का मानना है कि नई व्यवस्था से स्कूलों में मिड-डे मील की गुणवत्ता में सुधार होगा.