अब प्याज नहीं निकाल पाएगी जनता के आंसू, सरकार ने बनाई योजना
फिलहाल भले ही प्याज के दाम कम हो, लेकिन वो दिन सबके याद है जब प्याज 300 रुपए प्रति किग्रा तक पहुंच गई थी. उस वक्त लोगों की थाली से प्याज गायब हो गई थी. इस बार सरकार ने पहले ही प्याज को लेकर फुलप्रुफ प्लान तैयार किया है. ताकि आने वाले दिनों में प्याज के दाम कंट्रोल में रहें. साथ ही किसी को भी प्याज की किल्लत ना झेलनी पड़े. आपको बता दें कि खास कर बरसात में प्याज के प्याज मंडियों से गायब हो जाती है. यही समय होता है जब प्याज लोगों के आंसू निकालता है. क्योंकि उस वक्त देशभर में प्याज की कीमतें आसमान छूने लगती हैं..
क्या है सरकार की प्लानिंग
जानकारी के मतुाबिक, केन्द्र सरकार इस बार पहले ही प्याज का स्टॅाक बनाकर रखना चाहती है. जिसके चलते सरकार ने इसका फुलप्रुफ प्लान भी तैयार किया है. यानि बफर स्टॉक के लिए पांच लाख टन प्याज खरीदने की योजना बनकर तैयार हो गई है. इसका उपयोग कीमत बढ़ने की स्थिति में उसे काबू में करने के लिए किया जा सकता है. सूत्रों का दावा है कि एनसीसीएफ (नेशनल कॉअपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लि.) और नैफेड (नेशनल एग्रीकल्चरल कॉअपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लि.) लगभग पांच लाख टन प्याज की खऱीद करेंगी.
31 मार्च तक है रोक
आपको बता दें कि बफर स्टॉक से रियायती दर पर प्याज बेचने के सरकार के फैसले को काफी सराहा गया था. सरकार इस महीने के अंत में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध हटाने पर फैसला लेगी. आपको बता दें कि यह रोक 31 मार्च तक है. सरकार की बफर स्टॉक बनाने की योजना 2023-24 में प्याज के उत्पादन में गिरावट के अनुमान के बीच आई है. कृषि मंत्रालय के गुरुवार को जारी बयान के अनुसार, प्याज का उत्पादन 2023-24 में लगभग 254.73 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल यह लगभग 302.08 लाख टन था.