स्टील सेक्टर, एयरपोर्ट व व्हीव्हीआईपी सुरक्षा में सीआईएसएफ का है अहम रोल : आईपीएस पीयूष आनंद
– 55 वें स्थापना दिवस पर केन्द्रिय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद स्वामी 12 मार्च को होंगे शामिल
– जम्मू की जेलों में अब सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती
– पूरे देश में 1 लाख 77 हजार जवान व अफसर कर रह है मुस्तैदी से डयूटी
भिलाई। सीआईएसएफ उतई कैम्पस में आज आयोजित पत्रवार्ता में आईपीएस पीयूष आनंद (एसडीजी हेडक्वाटर) ने बताया कि सीआईएसएफ अपना गौरव सेवा के रूप में 55 वां सीआईएसएफ स्थापना मनाने जा रहा है। 12 मार्च को केन्द्रिय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि होंगे। आरटीसी उतई में यह कार्यक्रम आयेाजित होगा।
श्री पीयूष ने आगे बताया सीआईएसएफ आज पूरे देश भर में अपनी सेवाएं दे रही है। पूरे देश भर में 1 लाख 77 हजार जवान व अफसर एयरपोर्ट तमाम बड़े प्लांट जिसमें बीएसपी भी शामिल है में डिमांड के मुताबिक अपनी सुरक्षा मुहैय्या कराने का काम कर रही है। 10 हजार महिलाएं भी सीआईएसएफ में बड़ी ही मुस्तैदी के साथ अपनी डयूटी निभा रही है। पासिंग आउट परेड व बैंड पार्टी में भी महिलाएं बढ़ चढ़ हिस्सा लेकर अपनी डयूटी निभा रही है।
जम्मू कश्मीर में भी सीआईएसएफ बड़े उपक्रमों को सुरक्षा मुहैय्या करा रहा है। लेकिन पहली बार जम्मू में जेल में भी सीआईएसएफ की सेवाएं शुरू कर दी गई है और जहां पर भी सीआईएसएफ कंपनी की डिमांड कंपनियों के द्वारा की जायेगी वहां पर सीआईएसएफ उनकी सुरक्षा के लिए मुस्तैदी के साथ काम करेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बीएसपी में जो सीआईएसएफ लगी है वह कंपनी ही तय करती है कि उनको कितने जवान सुरक्षा के लिए चाहिए। और उसका खर्चा भी वही वहन करती है। 2001 में एयरपोर्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ ने जो संभालनी उसकी सुरक्षा के लिए जवान मुस्तैदी के साथ वहां पर भी डयूटी कर रहे है और जवान डिप्रेशन में ना जाये उनके लिए समय समय पर योगा और अनेकों प्रोग्राम उनके सेहत को देखते हुए सीआईएसएफ के तमाम अफसर समय समय पर आयोजित कर रहे है। जीरो टॉलरेंस व पूरी पारदर्शिता के साथ हमारे बड़े अफसर जवानों के साथ अपना पूरा काम कर रहे है। इण्डस्ट्रीज में बड़े संख्या में सीआईएसएफ अपनी सुरक्षा दे रही है।
2023 में जम्मू व श्रीनगर में सीआईएसएफ की तैनाती कर दी गई थी। 11 यूनिट वहां पर तैनात है। हयूमन राईटस कमीशन के सारे नियमों का पालन सीआईएसएफ कर रहा है। एयरपोर्ट वीवीआईपी सुरक्षा को भी सीआईएसएफ के जवान व अफसर प्राथमिकता दे रह है। पूरे देश में जितने भी स्टील प्लांट है वहां पर भी सुरक्षा मुहेैय्या सीआईएसएफ करा रही है।
ट्रांसफर पॉलिसी में भी पूरी पारदर्शिता बरती जाती है। अब हर जवान चाहता है कि मैं घर के नजदीक में डयूटी करू जो कि संभव नही है। यदि हर कोई येसा ही सोचेगा तो जम्मू और कश्मीर में कौन नौकरी कर पायेगा। डीजी मैडम सीआईएसएफ का स्पष्ट निर्देश है कि जवानों को जाो भी समस्या है वह अपने यूनिट कंमाडर के अलावा निचे के सभी अफसरों से अपनी समस्याओं की बाते रख सकते है। साथ ही स्थानीय स्टेट पुलिस को जो सपोर्ट मांगेगी हम देंगे। पत्रवार्ता में उपस्थित लोगों में संयज प्रकाश आईजी, जसवीर सिंह, एडिजी साउथ कुंदन कृष्णन, एडिजी नार्थ सहित बड़ी संख्या में सीआईएसएफ के जवान व अफसर मौजूद थे।