मुख्तार अंसारी हुआ सुपुर्द-ए-खाक, केवल परिवार के लोगों को कब्रिस्तान में मिली एंट्री
उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को गाजीपुर स्थित मोहम्मदाबाद में कालीबाग कब्रिस्तान में आज यानी शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है. इस दौरान कब्रिस्तान में हजारों की तदाद में लोगों का हुजूम मौजूद रहा. भीड़ में बहुत सारे लोगों ने नारेबाजी भी की. हालांकि पुलिस की चेतावनी के बाद लोगों ने नारेबाजी बंद कर दी. बाद में पुलिस ने लोगों की निगरानी के लिए ड्रोन से निगरानी की. आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. मुख्तार के अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में है. गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया हुआ है. गाजीपुर में चप्पे-चप्पे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में गुरुवार को अचानक तबीयत खराब हो गई थी. मुख्तार बेहोश होकर जमीन पर गिर गया था. जेल प्रशासन द्वारा आनन-फानन में उसको बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. यहां दो घंटे के इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है. इसके बाद मुख्तार की बॉडी को कड़ी सुरक्षा के साथ गाजीपुर स्थित उसके पैतृक गांव मोहम्मदाबाद लाया गया. आज उसको शव को परिजनों की उपस्थिति में कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुख्तार अंसारी को गाजीपुर स्थित मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. यहां यूसुफपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में उसकी कब्र बनी है. उसकी कब्र उसके माता-पिता की कब्र के बराबर में बनी है. मुख्तार के शव को उसके छोटे बेटे उमर अंसारी उमर अंसारी, बहू निकहत अंसारी और दो चचेरे भाइयों को सौंपा गया था.