कौन सा फोन है सबसे सेफ? नहीं होता हैक
अगर आपसे पूछा जाए कि कौन सा फोन सबसे सुरक्षित है? जिसके आगे साइबर क्रिमिनल भी पानी भरते हैं और हैक नहीं कर पाते हैं. तो संभव है कि आपका जवाब हो आईफोन. या फिर आप किसी और ब्रांड के सबसे महंगे एंड्रॉयड फोन का नाम लें. हो सकता है कि आप सेफ्टी के तरीकों को भी गिनाने लगें कि इसमें तमाम पासवर्ड लगाए हुए हैं. इसमें कोई खामखां एप्लिकेशन नहीं है तो यह पूरी तरह सेफ है. लेकिन आपको बता दें कि आपकी ये सभी दलीलें बेकार हैं.
आमतौर पर देखा जाता है कि जब लोग फोन खरीदते हैं तो फोन के फीचर्स, ब्रांड और अपना बजट देखकर लेते हैं. बहुत कम लोग हैं जो फोन खरीदते समय इस चीज का ध्यान रखते हैं कि अगर उन्होंने इस फोन को इस्तेमाल किया तो ये कहीं हैक तो नहीं हो जाएगा. या इस फोन पर आए किसी लिंक पर क्लिक करने से उनका अकाउंट तो खाली नहीं हो जाएगा. ये फोन साइबर क्रिमिनलों की पहुंच से बाहर है या नहीं?
साइबर वर्ल्ड से जुड़े एक्सपर्ट की मानें तो भारत के साथ-साथ विश्व भर में फोन पर होने वाले साइबर क्राइम या साइबर फ्रॉड इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि अब फोन रखने वाले लोगों को चिंता सताने लगी है कि कहीं उनका फोन ही उनके पैसों और बैंक अकाउंट्स से लेकर उनकी तमाम चीजों का दुश्मन न बन जाए.
दिल्ली पुलिस के साथ पिछले 17 सालों से जुड़े साइबर एक्सपर्ट किसलय चौधरी कहते हैं कि आजकल बड़े-बड़े साइबर अपराधी मौजूद हैं. ये आपके आईओएस या एंड्रॉयड बेस्ड सभी फोनों को निशाना बना सकते हैं. चाहे फिर आईफोन हो या कोई अन्य सबसे महंगा फोन, लेकिन एक फोन है जो साइबर क्राइम से सुरक्षित है.
किसलय बताते हैं कि भारत में ही नहीं विश्व के अन्य देशों में भी ये फोन मिलते हैं, हालांकि ये मार्केट में बहुत कम मात्रा में मिलते हैं. ये फोन हैं बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले कीपेड फोन. हालांकि बहुत सारे छोटे कीपेड फोन आजकल ऐसे हैं जिनमें इंटरनेट के अलावा फेसबुक व्हाट्सएप की भी सुविधा मिलती है, भले ही लोग इनका इस्तेमाल न कर पाते हों लेकिन ये फोन भी इतने ही असुरक्षित हैं, जितने कि स्मार्टफोन्स.