November 24, 2024

1 मई से शुरू होगा सुपेला रेलवे अण्डर ब्रिज

 


रेल अधिकारियों के साथ ट्रेफिक पुलिस ने किया निरीक्षण
भिलाई। सुपेला रेलवे क्रासिंग पर बन रहे वाय शेप अण्डरब्रिज से 1 मई को आवाजाही शुरू हो जाएगी। आज सुबह ट्रेफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने रेलवे अधिकारियों के साथ अण्डरब्रिज निर्माण की प्रगति का अवलोकन किया। इस दौरान इस अण्डरब्रिज को 1 मई से आवाजाही के लिए शुरू करने पर सहमति बन गई। इस आशय की जानकारी देते हुए ट्रेफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि इस अण्डरब्रिज के शुरू हो जाने से चंद्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अण्डरब्रिज पर से ट्रेफिक का दबाव कम हो जाएगा। वहीं छात्र छात्राओं, नौकरी पेशा सहित आम लोगों को पटरी पार आने-जाने में सहूलियत होगी। यह अण्डरब्रिज वन वे होने से लोगों को गलत दिशा में आवाजाही से रोकने ट्रेफिक पुलिस की ओर से सूचना फलक लगाया जाएगा। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने ट्रेफिक पुलिस की तैनाती रहेगी।
इस वन वे अण्डरब्रिज के शुरू हो जाने से ट्रेफिक व्यवस्था सुगम रहेगी, जिससे जाम लगने या वाहनों के बीच आमने सामने भिडंत की संभावना नहीं रहेगी। फिलहाल अण्डरब्रिज के भीतरी दीवारों पर कलाकृतियां उकेरकर सौंदर्यीकरण करने के साथ ही ऊपर में शेड लगाया जा रहा है। भिलाई शहर को रेल पटरी के दोनों तरफ जोडऩे वाली सुपेला रेलवे अण्डरब्रिज का निर्माण अंतिम चरण में आ गया है। यहां पर पहले रेलवे क्रासिंग हुआ करती थी। 16 अगस्त 2022 को रेलवे क्रासिंग बंद कर अण्डरब्रिज निर्माण शुरू किया गया।
शुरुआत में अण्डरब्रिज के स्वरूप को लेकर विरोध के चलते काम की गति प्रभावित हुई। लेकिन अब इसका निर्माण कार्य पूरा होने लगभग पूरा हो गया है। टाउनशिप तथा घड़ी चौक की ओर एप्रोच रोड का काम पूरा करने के बाद भीतरी दीवारों पर कलाकृतियां उकेरकर आकर्षक रूप दिया गया है। वहीं रेल पटरी के दोनों ओर बनी एप्रोच रोड के ऊपर शेड निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
गौरतलब रहे कि यह अण्डरब्रिज में सुपेला की ओर खुलने वाले मुख्य लेन में डिवाइडर बनाया गया है। वहीं टाउनशिप की ओर दो भागों में विभक्त होने से इस अण्डरब्रिज का आकार अंग्रेजी के वाय शेप है। सुपेला की दिशा में लंबाई 230 मीटर है। वहीं टाउनशिप की ओर यह दो दिशा में विभक्त हो जाएगी। एक दिशा में यह सेक्टर-6 की ओर यानी दुर्ग की ओर मुड़ जाएगी। दूसरी तरफ सेक्टर-2 और मस्जिद की ओर टर्न लेगा। इसकी लंबाई 160-160 मीटर की होगी। यह अण्डरब्रिज की चौड़ाई व ऊंचाई पास के चन्द्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अण्डरब्रिज के मुकाबले अधिक है। जिसके चलते बड़े वाहनों को गुजरने में आसानी होगी।