November 24, 2024

संयंत्र के सीएसआर विभाग द्वारा आयोजित त्रैमासिक कशीदाकारी प्रशिक्षण शिविर का समापन

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर विभाग के तत्वाधान में, नारी सशक्तिकरण के उद्देश्य के अंतर्गत, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु सीएसआर सेक्टर-5 में, कशीदाकारी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। इस कशीदाकारी प्रशिक्षण शिविर में कुल 30 महिलायें शामिल थी। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ, पारिवार के आर्थिक सहयोग में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाना था। यह प्रशिक्षण 3 महीने तक प्रदान किया गया।
इस शिविर का शुभारंभ 11 दिसम्बर 2023 को तथा समापन 23 मार्च 2024 को हुआ। जिसका समापन समारोह 24 अप्रैल 2024 को आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महाप्रबंधक (पर्सनल-वर्क्स) श्रीमती शीजा मैथ्यू उपस्थित थी। कार्यक्रम में महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन नायर, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामड़े सहित उप प्रबंधक (सीएसआर) श्री के के वर्मा मौजूद रहे।
श्रीमती शीजा मैथ्यू ने सीएसआर के इस पहल और सभी महिलाओं के कशीदाकारी कार्य की सराहना की। उन्होंने सभी महिलाओं को इस कार्य से रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने अन्य जरूरतमंद महिलाओं को भी प्रशिक्षित करने और अपने कार्य से देश की अर्थव्यवस्था में भागीदार बनने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया।
इस शिविर में महिलाओं को प्रशिक्षण देने हेतु प्रशिक्षक श्रीमती निशा गोयल का विशेष योगदान रहा। श्रीमती निशा गोयल छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा पंजीकृत प्रशिक्षिका हैं। इस प्रशिक्षण हेतु शहरी क्षेत्र का चुनाव करने का मुख्य कारण, ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में कढ़ाई के प्रति अधिक रुझान है। इस शिविर में विभिन्न कढ़ाई जैसे ज़रदोजी, गोटापट्टी, मिरर, फुलकारी, चिकनकारी, कांथा, कसूती आदि का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं ने कुशन कवर, बेड शीट, टेबल क्लॉथ, फ्रेम वर्क, दुपट्टा, हुप आर्ट, कुर्ती तथा सूती की साडियों में कढ़ाई करना सिखा। साथ ही विभिन्न राज्यों के स्टिच जैसे कर्नाटका, लखनवी, काथावर्क, चैन, उल्टी बखिया, एप्लिक वर्क आदि सिखाया गया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं के कौशल का विकास तो होगा ही, साथ ही इनके लिए रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। गृहणी महिलाओं की सुविधा को देखते हुए यह प्रशिक्षण, सुबह और शाम दो शिफ्ट में दिया जाता था।
इस प्रशिक्षण के समापन पर कुछ महिलाओं ने बताया, कि वे इस कौशल विकास से कैसे लाभान्वित हुई हैं। उन्होंने बताया की 30 महिलाओं में से कुछ लोगों को इस कौशल विकास के प्रशिक्षण के दौरान ही रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। महिलाओं ने कहा कि यह प्रशिक्षण निश्चित रूप से भविष्य में भी उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम का संचालन विकास सहायक (सीएसआर) श्रीमती रजनी रजक द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन श्री सुशील कामड़े द्वारा दिया गया।
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