November 23, 2024

देश की जनता को गुमराह करने से बाज आये राजनैतिक दल, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा का बयान बेतुका व भारतीय परंपरा के विरुद्ध -देवेश मिश्रा राष्ट्रीय प्रमुख सनातन धर्म रक्षावाहिनी भारत

 

दुर्ग – सनातन धर्म रक्षा वाहिनी के राष्ट्रीय प्रमुख देवेश मिश्रा ने ऐन लोकसभा चुनाव के बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा के उस बयान पर विरोध दर्ज किया है, जिसमें पित्रोदा ने अमेरिका में लागू इन्हेंरिटेंस अथवा विरासत टैक्स भारत में भी भविष्य में लागू करने हेतु विचार दिया है।पित्रोदा ने कहा है कि मृत्यु के पश्चात् 55 प्रतिशत अपनी संपत्ति का हिस्सा सरकार को टैक्स बतौर दिए जाये, केवल 45 प्रतिशत ही परिवार के लोगों को संपत्ति हस्ताँतरित किये जाये। यह हमारे देश की परंपरा, भारतीय संस्कृति सभ्यता के विरुद्ध है।देवेश मिश्रा ने कहा कि हमारे देश का अध्यात्म,रहन सहन, आचार विचार सामाजिक पृष्ठभूमि, रीति रिवाज़,संस्कार,संस्कृति सभ्यता अमेरिका व अन्य देशों से अत्यधिक भिन्न है। हमारे देश और अमेरिका जैसे लिव इन रिलेशन,वहाँ रहन सहन वातावरण आचार विचार शिक्षा संस्कार मे जमीन आसमान का अंतर है।
जिस देश में लोग स्वतंत्र जीवन जीते है, लोगों को अपने माँ बाप रिश्तेनातो का पता नहीं होता है, उन देशों में यह विरासत टैक्स सफल व कारगर हो सकता है। भारत जैसे वंश वादी,सामाजिक आध्यात्मिक समृद्ध शाली रिश्ते नाते परिवार से रचे बसे देश में नहीं।
हमारा देश अपने विभिन्न वंशो के लिए प्रसिद्ध है, प्रत्येक की अपनी पूंजी विरासत सामर्थ्य बुद्धि ज्ञान आदि आदि है, जिसे वह आगे की पीढ़ी परिवार को स्थानांतरित करता है, फिर कैसे इन वंशाननुगत धरोहर को किसी अन्य के लिए कोई छोड़ जायेगा।हम भारतीयों के लिए यह विरासत टैक्स की कल्पना भी संभव नहीं यह पूरी तरह सनातन धर्म विरोधी,भारत विरोधी है।यह लोगों द्वारा कड़े परिश्रम से अपने भावी पीढ़ी के लिए कमाए गये धन पर डाका डालने का प्रयास ही साबित होगा।
वहीं दूसरी ओर कुछ प्रमुख राजनैतिक दलों द्वारा आम जनता से अपने पक्ष में मतदान प्राप्त करने के लिए गलत तरीके से प्रलोभन देने एवं गुमराह करने पर भी राष्ट्रीय प्रमुख देवेश मिश्रा कड़ा विरोध दर्ज किया है।
राष्ट्रीय प्रमुख देवेश मिश्रा ने कहा कि आम जनता को युवाओं व महिलाओ को बिना कुछ किये ही मुफ्त में लखपति बनाने का वादा करने वाले वादे कभी भी पूरे नहीं किये जा सकते, यह तर्क संगत नहीं है और देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुँचाने वाला साबित होगा। इसके विपरीत देश की जनता को उत्तम व मुफ्त संस्कारित शिक्षा, स्वास्थ्य आवास, रोजगार का सृजन पहली आवश्यकता है, न कि मुफ्त में रूपये बाँटने का वादा करना।
ऐसे राजनैतिक दलों को देश की जागरूक और खुद्दार जनता कभी सत्ता पर नहीं बैठाएगी।देश की खुद्दार जनता अपने जीविकोपार्जन के लिए खुद मेहनत कर धन कमाने पर भरोसा करती है न कि किसी सरकार के मुफ्त बाँटे गये धन पर।
श्री मिश्रा ने सभी सनातनी भाई बहनों से बिना किसी प्रलोभन में आये अपने विवेक से मतदान करने का निवेदन किया है जिससे हमारा सनातन धर्म समृद्ध हो।

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