बोरे बासी पर सियासत
बोरे बासी पर सियासत
1 मई को मजदूर दिवस बनाया जाता है, छत्तीसगढ़ में पिछले 5 सालों में कांग्रेस की सरकार रही जिन्होंने मजदूर दिवस के साथ ही बोरे बासी दिवस बनाया, 5 सालों में कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़िया संस्कृति को बढ़ाने का काम किया अब इसको लेकर सियासत तेज हो गई है भाजपा का कहना है कि कांग्रेस झूठ फैलाने का काम कर रही है, और पिछले 5 सालों में जनता को धगने का काम किया है…..
मई को मजदूर दिवस बनाने के साथ ही दोनों ही राजनीतिक दलों की राजनीतिक बयान बाजी शुरू हो गई है जहां एक ओर कांग्रेस सरकार पिछले 5 सालों में बोरे बासी दिवस के रूप में बना रही थी और अब सरकार बदलने के बाद सियासती बयान बाजी तेज हो गई है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों से अपील की है की बोरे बासी दिवस मनाया जाए हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ाने का काम किया है इसको लेकर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को कांग्रेस ने 5 सालों में बेवकूफ बनाया है उन्हें ठगा है यहां की जनता को बोरे बासी खाना ना सिखाए,कांग्रेस सरकार ने दिखावा करने का काम किया है चम्मच और कांटे से बोरे बासी खाते हुए नजर आए हैं… कांग्रेस द्वारा लगातार लोगों से अपील की जा रही है की बोरे बासी दिवस बनाए और भाजपा के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जो अपील की गई है और हम सभी चाहते हैं कि लोग सोशल मीडिया पर बुरे वासी खाते हुए अपनी फोटो डालें और छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा दें, क्योंकि भाजपा की सरकार गरीबों की सरकार नहीं है वे केवल उद्योगपतियों पर ध्यान देती है…