लोरमी- 6 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर वापस लौटने पर वीर सपूतों का ग्रामवासियों ने किया स्वागत*
जम्मू कश्मीर श्रीनगर में 6 महीने की कठिन प्रशिक्षण पूरी करने के पश्चात भविष्य में देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा लेकर वापस आए बीएसएफ के जवानों का ग्राम सुकली के युवाओं ने माता बहनों ने और परिवार जनों ने भावपूर्ण स्वागत किया। ये प्रेरणादायी चित्र यह बताने में सक्षम है कि एक युवा देश के लिए कुछ करने जाता है तो पूरा परिवार गांव उनके सम्मान में खड़ा हो जाता है इस विषय पर बताते हुए शिक्षक उमाशंकर सिंह राजपूत ने कहा कि हमें इन सैनिकों पर गर्व है इन्होंने गांव का नाम रोशन किया है आने वाले भविष्य में भी भगवान इन्हें सामर्थ्यवान बनाएं और यह देश के लिए सार्थक प्रयास करें। वही प्रशिक्षण के कठिन दौर को याद करते हुए शिवमंगल सिंह राजपूत ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कुशलता पूर्वक हम सब ने कठिन से कठिन अभ्यास का सरलता पूर्वक सामना किया और आने वाले समय में देश के लिए हम जितना दे पाए उतना कम है। योगेश सिंह ने अपनी बात कहते हुए संबोधित किया कि देशभक्ति में कैरियर बनाना चाहिए अनर्गल कामों से दूरदर्शनी व्यवसायों से बचते हुए देश के लिए जीने का एक अच्छा सुनहरा अवसर होता है साथ ही साथ कुछ आर्थिक सहयोग देश के लिए काम करते हुए परिवार को मिल जाता है यह वास्तव में बहुत ही उत्साह जनक बात है कि हम अपने देश के लिए कुछ कर पा रहे हैं आने वाले समय में हमारे जीवन का ऋण इन भावों की अभिव्यक्ति को पूरा करने में लगेगा गांव के युवाओं का हार्दिक धन्यवाद जिन्होंने हमारे काम को कर आते हुए हमारा उत्साहवर्धन करने का काम किया है और साथ ही साथ ग्रामवासियों ने हमें अभूतपूर्व उत्साह और आशीर्वाद दिया है जितने दिन हम देश के लिए जी पाएंगे पूरा कि जान लगा देंगे और भारत माता की जय के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देंगे। इस अवसर पर माता बहनों ने युवाओं का आरती करके तिलक लगाकर स्वागत किया डीजे के धुन में देशभक्ति में रमे युवाओं ने सबका उत्साहवर्धन किया और उनका अभिनंदन किया गया। परिवार जनों ने बड़े ही सहरीयता पूर्वक अपने लाल को पकड़ उनका आत्मीय अभिनंदन किया आंसुओं की धाराएं रुक नहीं पा रही थी यह गर्व के आंसू थे निश्चित रूप से क्षेत्र के अनेक युवा इस वातावरण में देश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए आवश्यक लालायित रहेंगे। इस अवसर पर नागेश्वर, राजेश सिंह, सहदेव, नरेन्द्र सिंह, नीरज, शत्रुहन, रामरतन, ऋषि, हिमांशु जायसवाल एवं बड़ी संख्या में माताएं बहने उपस्थित रही।