November 25, 2024

29 बच्चों के 108 गणेश गायत्री मन्त्र से हवन यज्ञ आहुतियों से अद्भुत दृश्य द्वारा वातावरण हुआ अभिभूत ree

 

ज्ञात है सेवक फाउंडेशन की पहल से बच्चों के स्कूल के छुट्टियों के दौरान प्रति सप्ताह सनातन शिक्षा की बुनयादी शिक्षा प्रदान करने का कार्य शास्त्री नगर त्रिमूर्ति मंदिर के प्रांगण में हर रविवार शाम को यह क्लास लगाई जाती थी, जिसमे ब्रम्हा विष्णु महेश आदि शक्ति से लेकर चारो वेद, चारो युग, चारो वर्ण, विष्णु जी के दशवतार, गणेश जी और हनुमान जी की जन्म कथा, रामायण, महाभारत और भागवत गीता के बारे में बहुत ही संक्षेप में पढ़ाया गया, कुछ मंत्रो का उच्चारण करना सिखाया गया।
इस पुरे कार्यशाला के दौरान त्रिमूर्ति मंदिर समिति के अनिल जायसवाल, विनोद मिश्रा, प्रवीण मेहता, राकेश त्रिवेदी का विशेष सहयोग मिला, कार्यशाला में प्रति क्लास नोट्स के साथ बच्चों को सरल भाषा में सनातन धर्म का ज्ञान फाउंडेशन के संयोजक विकास जायसवाल के साथ डॉ पियूष निधि शर्मा, डॉ सुनीता रानी, संजना शांडिल्य और कंचन मिश्रा जी ने मूलभूत शिक्षा का ज्ञान बच्चों को दिया।
इस कार्यशाला का समापन 16 जून सुबह बच्चों के द्वारा गणेश गायत्री मन्त्र के मन्त्रोंचरण के साथ यज्ञ हुआ जिसमे शाला में आ रहे बच्चे रेहान, सानिध्य, नक्षत्र, लावण्या, उन्नति, आरोही, आर्या, प्रज्ञा, दक्ष, मिस्का, राजवीर, अश्मिता, ख्याति, आशुतोष, अर्धला, अधीक्षा, आयन के साथ साथ कुल 29 बच्चों ने पारम्परिक वेशभूषा में इस यज्ञ में भाग लेकर जाप माला के साथ 108 मन्त्र जाप से पूरा दृश्य अद्भुत वातावरण से अभिभूत कर दिया, साथ ही जिससे निश्चित ही सकरात्मक ऊर्जा का भी संचार हुआ। कार्यक्रम के पश्चात सेवक शाला के सभी बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मान किया, और कार्यक्रम में उपस्थित पालको ने इस पहल को बहुत सराहा और सनातन धर्म में प्रति जागरूक रहने के लिए आगे भी ऐसे कार्यशाला करने का आग्रह भी किया।

ॐ एकदंताय विद्धमहे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात।

फाउंडेशन के संयोजक विकास जायसवाल ने बताया की गणेश गायत्री मंत्र का व्यापक रूप से बुद्धि और भौतिक लाभ के लिए भी उपयोग किया जाता है, क्योंकि भगवान गणेश सफलता प्रदान करने के लिए भी सहायक हैं। इस मंत्र का जाप करने से नम्रता, ज्ञान और स्मरण की भी वृद्धि होती है।