ग्राम डूमरडीह में बीएसपी सीएसआर द्वारा त्रैमासिक गोदना शिल्प प्रशिक्षण का शुभारंभ
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, ग्राम डूमरडीह में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के सहयोग से ‘गोदना शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का शुभारंभ 20 जून 2024 को किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) श्रीमती प्रीति भटनागर उपस्थित थीं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन एवं ग्राम पंचायत डूमरडीह की सरपंच श्रीमती चक्षुप्रभा सहित प्रबंधक (छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड) श्री सीएस केहरी उपस्थित थे।
इस प्रशिक्षण के तहत प्रशिक्षिका श्रीमती गायत्री दास द्वारा ग्राम डूमरडीह एवं आसपास की कुल 30 महिलाओं को तीन महीने तक गोदना शिल्प प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को 3,000 रुपये प्रतिमाह प्रशिक्षण भत्ता (स्टाइपेंड) भी प्रदान किया जायेगा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती प्रीति भटनागर ने अपने संबोधन बीएसपी–सीएसआर विभाग द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा प्रशिक्षणार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि गोदना शिल्प आज के दौर में बहुत ही आकर्षक कला है, और बाजार में हस्तशिल्प से बनी वस्तुओं की भी काफी मांग है। इस कला में पारंगत होकर आप अपनी आमदनी में वृद्धि कर सकते हैं जिससे समाज और अपने परिवार में आर्थिक सहयोग भी दे सकते हैं।
कार्यक्रम में, महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया एवं प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि समाज में विकास के अनेक पहलुओं में से महिला सशक्तिकरण सबसे महत्वपूर्ण पहलु होता है, सशक्त महिलाओं से ही सशक्त समाज का निर्माण होता है| भिलाई इस्पात संयंत्र का निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग हमेशा से ही जनकल्याण के कार्यों में अपनी भूमिका का निर्वहन बखूबी करता रहा है| यह गोदना शिल्प प्रशिक्षण भी महिला सशक्तिकरण कि दिशा में हमारा एक प्रयास है|
प्रबंधक (छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड) श्री सीएस केहरी द्वारा प्रशिक्षण सम्बंधी विभिन्न बारीकियों को बताते हुए आमदनी बढ़ाने में इसका महत्व बताया, जिस पर उपस्थित महिलाओं ने विशेष रूचि दिखाई। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामड़े द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन, उपप्रबंधक (सीएसआर) श्री के के वर्मा द्वारा तथा संयोजन सहायक (सीएसआर) श्री बुधेलाल, श्री शरद कुमार साहू सहित छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के श्री नितेश कुमार द्वारा किया गया।