November 24, 2024

आज से भिलाई टाउनशिप में सुबह के समय ही पेयजल की आपूर्ति की जायेगी

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, नगरसेवा विभाग के द्वारा, गर्मी के मौसम में भिलाई टाउनशिप में दो टाइम पेयजल सुबह औरशाम को उपलब्ध कराया जा रहा था। वर्तमानमें मरोदा जलाशय – 2 भिलाई इस्पात संयंत्र में पर्याप्त मात्रा में पानी का भंडारणनहीं है अतः पानी भंडारण में कमी के कारण भिलाई टाउनशिप में एक टाइम ही (सुबह केसमय) पेयजल प्रदान करना संभव है। अतःदिनांक 26 जून 2024 से भिलाई टाउनशिप में सुबह के समय ही पेयजल की आपूर्ति कीजायेगी और शाम के समय पेयजल सप्लाई नहीं किया जायेगा।भिलाई इस्पात संयंत्र को जल प्रदायकरने वाले रिज़र्वायर या डेम के कैचमेंट एरिया में अभी तक पर्याप्त वर्षा नहीं होपाई है, जिसकी वजह से डेम में पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं है। ज्ञात हो कि भिलाई कोतांदुला, गोंदली, खरखरा और गंगरेल डेम से पानी की आपूर्ति होती है। छत्तीसगढ़ अंचलमें मानसून की पहली बारिश हो चुकी है और पर्याप्त मात्रा में आद्रता होने के कारणगर्मी की तुलना में जल की खपत उतनी अधिक नहीं है, इसको ध्यान में रखते हुए कम पानीमें भी गुजारा किया जा सकता है। बीएसपी के मरोदा जलाशय में भी पर्याप्त मात्रामें पानी उपलब्ध नहीं है और मात्र 28 दिन का जल शेष है। संयंत्र तथा मरोदा जलाशयों को रिज़र्वायरया डेम से जल की आपूर्ति वर्तमान में नहीं हो पा रही है, इसलिए संयंत्र के मरोदाजलाशय में क्रमशः जल की मात्रा कम होती जा रही है। अतः किसी भी अप्रत्याशित परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, वर्तमान में जल की खपत को सीमित व कम रखाजाना आवश्यक हो गया है। इसके साथ ही संयंत्र में उत्पादन को निरंतर और नियमित बनाये रखना भी आवश्यक है। समस्त नागरिकों से अनुरोध है कि सभी परिस्थितियोंको ध्यान में रखते हुए जल की खपत को कम करने हेतु अपना सहयोग दें। अप्रैल माह मेंभी पानी की कमी को देखते हुए एक टाइम जल आपूर्ति का निर्णय लिया गया था, किन्तुबाद में संयंत्र को पर्याप्त मात्रा में गंगरेल से पानी मिलने पर ग्रीष्म ऋतु में भी दोनों टाइम जल की आपूर्ति की गई थी।  वर्तमान में छत्तीसगढ़ अंचल मेंपर्याप्त बारिश नहीं होने की आशंका या सम्भावित स्थिति में, जलाशयों में एकत्र जलसे ही आगे जल की पूर्ति करनी होगी। इन परिस्थितियों को देखते हुए वर्तमान में इस्पात नगरी में जल की आपूर्ति को दोनों वक्त के स्थान पर एक वक्त के लिए किए जाने का निर्णय लिया जाना उचित होगा, ताकि संयंत्र के उत्पादन कार्य को भी निरंतर जारीरखा जा सके और इस्पात नगरी की घरेलू जल खपत को भी सुचारू रूप से चलाया जा सके।