October 5, 2024

दो साल से नलों में पानी नही,झरिया का पानी पीने को मजबूर ग्रामीण।

 


कंही पाईप लाईन अधूरा तो कंही टंकी का स्ट्रक्चर बना कर लापता हुए ठेकेदार।

खबरों के बाद भी नही जाग रहे अधिकारी,आंखे बंद किये हुए पीएचई विभाग के ठेकेदार एवं अधिकारी।

मामला बीजापुर जिले में चल रहे जल जीवन मिशन का।।

बीजापुर-हमारे देश में कई प्रकार की समस्याएं देखने को मिल जाती है। जहां एक समस्या जल की भी है।भारत के प्रत्येक परिवार तक नल जल को पहुंचाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त 2019 को” जल जीवन मिशन” की शुरुआत की गई वर्ष 2019 में लांच किया गया यह मिशन वर्ष 2024 तक कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन ‘FHTC’ के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण परिवार को प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी की आपूर्ति की परिकल्पना करता है।

जल जीवन मिशन का उद्देश्य जल को आंदोलन के रूप में विकसित करना है।इस मिशन के तहत करोड़ों रुपए के बजट का प्रावधान रखा गया है।ग्रामीण इलाकों में आज भी लोगों को सही तरीके से जल की प्राप्ति नहीं हो पाती और उन्हें इस समस्या से निपटने के लिए कई प्रकार के तरीके आजमाने पड़ते हैं।केंद्र सरकार की यह योजना बहुत ही कारगर योजना साबित होने वाली थी क्योंकि इससे ग्रामीण इलाकों में जल की समस्या दूर की जा सकती थी,लेकिन ठेकेदार एवं अधिकारियों ने इसे कमीशन का मिशन बना दिया।

बीजापुर जिले के 1570 गांवों के लिए 361 करोड़ की लागत से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से हर घर नल कनेक्शन देने का कार्य शुरू किया गया।दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी आज पर्यन्त तक कार्य अधूरा है।जल जीवन मिशन के तहत बीजापुर जिला के ग्राम पंचायतो में “जल जीवन मिशन” का कार्य किया जा रहा है।जहां “जल जीवन मिशन” भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है।

जिला मुख्यालय से महज 05 से 07 किलोमीटर दूर पर बसे गांव जैसे नैमेड,मुशालूर,नुकनपाल,तुरनार,ईटपाल,जैतालूर,मंझिगुड़ा ग्राम पंचायत में इस मिशन के तहत भारी भ्रष्टाचार सामने देखने को मिल रहा है।मुशालूर ग्राम में जल जीवन मिशन के तहत 152 कनेक्शन लगाए गए है।लगभग दो साल से पानी नही आने की वजह से घर के बाहर बने चबूतरा और नल स्टैंड टूट फुट गया है।ग्रामीणों का कहना है लगभग दो साल पहले लगे नलों में पानी नही आने से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है,झरिया का पानी या बोरिंग का लाल पानी पीने को मजबूर है।

मुशालूर गांव के ग्रामीणों का कहना है कुछ ही समय पूर्व बने चबूतरे महज कुरेदने से उखड़ जारहे हैं।पाईप लाईन आधा अधूरा बिछाया गया है,कंही टंकी का स्ट्रक्चर बना कर छोड़ दिया गया है।क्योंकि भ्रष्टाचार की कहानी खुद यहां के किए गए कार्य बयां कर रहे हैं।ऐसी स्थिति में यह कहना गलत नहीं होगा कि यहां की दशा ऐसी हो चुकी है” हम भ्रष्टन के, भ्रष्टाचार हमारा।”

बॉक्स-पीएचई के कार्यपालन अभियंता एस.आर.नेताम ने कहा जल जीवन मिशन में गुणवत्ता विहीन कार्यो की जानकारी आप के माध्यम से मिल रहा है।वस्ति स्थिति की जानकारी लेने के बाद ठेकेदारों से वसूली करने के साथ कुछ ठेकेदारों को कालातीत (ब्लैक लिस्ट) करने की बात कही।जल जीवन मिशन में हुए भ्रस्टाचार के संबंध में पूछने पर पीएचई के कार्यपालन अभियंता श्री नेताम ने दबी जवान में कहा है कुछ कमी हुई है।