महिलाओं के लिए निराशाजनक बजट*
रायपुर/ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि बजट से महिलाओं को हर बार की तरह इस बार भी बजट में निराशा हाथ लगी। महिलाओं को बजट से बहुत ही उम्मीद थी कि एक महिला वित्त मंत्री है जो महिलाओं की परेशानी को समझ कर बजट पेश करेगी लेकिन यह अनुमान हर बार की तरह इस बार भी गलत निकला। इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं। महिलाओं को लग रहा था कि खाने-पीने की वस्तुओं में पहली बार यदि कोई सरकार जीएसटी लगाया था तो वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी जो खाद्य पदार्थ पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाए थे जिसके कारण खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं। महिलाओं के रसोई में संकट छाया हुआ है। आज गरीब के थाली से दाल गायब हो रही है। सब्जी गायब हो रहा है। आज भरपेट भोजन देने के लिए अपने परिवार के पालन पोषण के लिए महिलाओं की माथे पर चिंता की लकीरें छाई हुई है लेकिन इस बजट में महंगाई से राहत देने के लिए कोई भी आवश्यक कदम नहीं उठाए गए हैं। यह बजट सिर्फ दिखावे की बजट है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि इस बजट में महिलाओं की सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया है। दूरदराज में नौकरीपेशा महिलाओं के लिए कोई बजट नहीं। शिक्षा के लिए कुछ खास इस बजट में नहीं। यह बजट काफी निराशाजनक बजट है।