नयापारा देशी शराब दुकान का ताला तोड़कर रुपए से भरा बॉक्स ले उड़े अज्ञात चोर
CCTV कैमरे में ताला तोड़ते दिखे चार अज्ञात चोर
सुशासन की सरकार में सरकारी शराब दुकान सुरक्षित नहीं तो आम जनता का घर कहां से रहेगा सुरक्षित
पुलिस पेट्रोलिंग गस्त पर बड़ा प्रश्न चाहिए
दुर्ग।सुशासन की सरकार में दुर्ग जिले में सरकारी देशी शराब दुकान में बीती रात चार अज्ञात चोरों ने शराब दुकान का ताला तोड़कर दुकान में रखे रुपए वाले बॉक्स को लेकर अज्ञात चोर 11 लाख अनुमानित राशि व कुछ शराब की बोतल ले उड़े सुशासन की सरकार में जब सरकारी शराब दुकान सुरक्षित नहीं है,तो आम जनता मार्केट के सोना चांदी के बड़े दुकानदार रसूखदार व जनता का घर आखिरकार कैसे सुरक्षित रहेगा। उपयुक्त घटना रात्रि ढाई बजे की बताई जा रही है दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज में चार युवक दरवाजे का ताला तोड़ते दिखाई दे रहे हैं। दुर्ग कोतवाली पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है ।दुर्ग CSP में इस घटना की पुष्टि की है लेकिन विस्तृत जानकारी उन्होंने नहीं दी और कहा कि घटना के संबंध में पुलिस की जांच जारी है ।इस मामले में भट्टी के एक कर्मचारी को दुर्ग पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है ।बड़ा सवाल यह है कि सुशासन की सरकार में रात में भट्टी बंद होने के बाद इतनी बड़ी राशि आखिरकार क्यों रखी गई थी। उक्त राशि को व बॉक्स को नजदीक के थाने में भी सील बंद करके रखा जा सकता था ।अमूमन देशी शराब भट्टी में दिन भर की कमाई का पैसा अगले दिन बैंक में जमा होता है और सुरक्षा की दृष्टिकोण से प्राइवेट सुरक्षा गार्ड भी आबकारी विभाग के द्वारा लगाए गए हैं उसके बावजूद भी इतनी बड़ी चोरी का होना दुर्ग पुलिस गस्त व पेट्रोलिंग पर बड़ा प्रश्न चिन्ह है पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला स्वयं अपराध व चोरियों पर नकेल कसने के लिए जहां एक और स्वयं वह लगातार पेट्रोलिंग गस्त कर रहे है एसपी साहेबान साहब को स्वयं मोटरसाइकिल पर गस्त करते रात को दिखाई देते हैं मोटरसाइकिल गस्त भी एसपी सर द्वारा इस कार्य को चालू कराया गया है की अंदरूनी इलाके जिसमें चार पहिया वाहन गली मोहल्ले में नहीं जा सकता वहां जवान आसानी से गस्त कर सके। टीआई व राजपत्रित अधिकारियों को एसपी सर का स्पष्ट फरमान है कि अपने-अपने थाना क्षेत्र के अंतर्गत 11 से 2:00 के बीच सभी पुलिस वाले आवश्यक रूप से गस्त करें बीती रात नयापारा देशी शराब दुकान में जो चोरी हुई उसका समय भी रात्रि 2:30 बजे के आसपास बताया जा रहा है। बड़ा सवाल है यह कि आखिरकार पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला की इतनी मेहनत पर निचले स्टाफ आखिरकार पुलिस कप्तान की छवि को धूमिल करने पर क्यों जुटे हुए हैं। थानों की पेट्रोलिंग व ACCU की टीम अपने अपने क्षेत्र में मुखबिर तंत्रों को मजबूत करने का काम आखिरकार क्यों नहीं कर रही ।दुर्ग जिले में हो रही चोरी की वारदातों में जो भी अज्ञात चोर शामिल है वह लोकल है या बाहरी प्रांतों के चोर है यह दुर्ग पुलिस के लिए जानना समझना बड़ी चुनौती बन गया है एक ही रात गाड़ी व सोना चोरी होना और देशी शराब का ताला तोड़कर रुपए का बॉक्स अपने साथ ले जाना पुलिस पर प्रश्न चिन्ह दिखाई दे रहा है।