November 15, 2024

किडनी की बीमारियां बढ़ रही…मुख्यमंत्री ने इन लोगों से मछली नहीं खरीदने की खुली सलाह दी

गुवाहाटी: असम विधानसभा में ‘राज्य को मियां मुसलमानों की जमीन नहीं बनने दूंगा’ जैसे तीखे बयानों के बाद सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने नया हमला बोला है। बुधवार को उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में नागांव और मोरीगांव में मछली पालन करने वाले लोगों की वजह से राज्य में किडनी की बीमारियां बढ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दो जिलों में उत्पादक मछली पालन में यूरिया का इस्तेमाल हो रहा है। अप्रवासी मुसलमान नागांव और मोरीगांव में मछली उद्योग पर हावी हैं, जिन्हें असमिया मियां मुसलमान कहते हैं। सरमा ने असम के लोगों को सलाह दी कि इन लोगों से मछली न खरीदें। Also Read – World Food Istanbul में भारतीय उत्पादों ने वैश्विक व्यापार जगत का विशेष ध्यान आकर्षित किया सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मछली उत्पादन बढ़ाने के कई जैविक तरीके हैं। अगर वे मछली उत्पादन के लिए शॉर्टकट अपनाते रहेंगे तो यह काम नहीं करेगा। हालांकि सीएम सरमा ने सीधे तौर पर किसी धर्म या जाति का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान को असम में “मिया मुसलमानों” के खिलाफ की गई प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है। असम में “मियां” शब्द का इस्तेमाल बांग्लादेशी मूल के अप्रवासी मुसलमानों के लिए किया जाता है। इनकी आबादी नागांव और मोरीगांव में मछली उद्योग पर हावी है। सरमा ने यह टिप्पणी नागांव में अल्पसंख्यक समुदाय के तीन युवकों द्वारा 22 अगस्त को कक्षा 10 की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार के कारण फैले तनाव के बाद दी है।

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