चोट के बाद एक समय लगा था करियर खत्म न हो जाए : जैक लीच
नई दिल्ली,। इंग्लैंड के बाएं हाथ के स्पिनर जैक लीच ने स्वीकार किया कि जब उन्हें इस साल गर्मियों में घरेलू टूर्नामेंटों से बाहर रखा गया था तो वह डर गए थे कि यह उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का अंत न हो।
हैदराबाद में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान घुटने में लगी चोट के कारण जैक लीच जनवरी से ही मैदान से बाहर थे। लेकिन 33 वर्षीय इस खिलाड़ी को पाकिस्तान के मौजूदा दौरे के लिए इंग्लैंड की टेस्ट टीम में जगह मिली, जहां उन्होंने मुल्तान में दो मैचों में 14 विकेट लिए।
जैक लीच ने कहा, “चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद, मुझे लगा कि शायद मेरा करियर यहीं खत्म हो सकता है, हालांकि मुझे पता था कि यह दौरा गर्मियों के बाद होने वाला था।”
लीच ने रावलपिंडी में श्रृंखला के निर्णायक मैच से पहले बीबीसी स्पोर्ट से कहा, “उस समय मेरी प्राथमिकता अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटने, अपने खेल का लुत्फ उठाने और काफी समय तक चोट से मुक्त रहने की थी।”
उनकी अनुपस्थिति में ऑफ स्पिनर शोएब बशीर इंग्लैंड टेस्ट टीम के नियमित खिलाड़ी बन गए।
लीच ने कहा, “अगर आप फिट नहीं रहते तो अन्य खिलाड़ियों को मौका मिलता है। शोएब बशीर ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और उन्होंने निश्चित रूप से अच्छा प्रदर्शन किया।”
घरेलू क्रिकेट में समरसेट के साथी खिलाड़ी बशीर के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए जैक लीच ने कहा, “हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। बशीर ने शानदार शुरुआत की है और वह एक अच्छे खिलाड़ी हैं। उनकी क्षमता बहुत अधिक है और वह उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यह इंग्लिश क्रिकेट के लिए रोमांचक है।”
38 टेस्ट मैचों में 140 विकेट लेने वाले लीच ने कहा कि इंग्लैंड को अभी रावलपिंडी की पिच पर संभलकर खेलना होगा।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि क्या अपेक्षा कर सकते हैं। मैंने कुछ भी नहीं देखा है। हम कल अभ्यास के लिए जाएंगे और पिच को समझने की कोशिश करेंगे।”