छत्तीसगढ़ : ‘माटी के वीर’ पदयात्रा निकालेंगे मनसुख मांडविया, जनजातीय संस्कृति को नजदीक से जानने का मिलेगा मौका
नई दिल्ली, । केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में ‘श्रम और रोजगार’ मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को बताया कि जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ के जशपुर से 13 नवंबर को ‘माटी के वीर’ पदयात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है।
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया। वीडियो के जरिए उन्होंने बताया कि हमारा जनजातीय समुदाय, देश की शान और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों से हर वर्ष 15 नवंबर को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो महान क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है। इस साल भी इसको धूम-धाम से मनाया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि इस बार जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 13 नवंबर को मैंने स्वयं छत्तीसगढ़ के जशपुर से ‘माई भारत’ के हजारों युवा साथियों के साथ भगवान बिरसा मुंडा ‘माटी के वीर’ पदयात्रा करने का निर्णय किया है। इसका नेतृत्व स्वयं ‘माई भारत’ के युवा वालंटियर द्वारा किया जा रहा है। जो उनको हमारे जनजातीय समाज की एक समृद्ध संस्कृति और गौरव से जुड़ने का एक अनोखा अवसर देगी।
मांडविया ने आगे कहा इस यात्रा के माध्यम से हमारे युवा साथी, जनजातीय कला, खेल, भोजन, महान नायकों और जीवनशैली को करीब से जानेंगे। इस पदयात्रा के दौरान जनजातीय समाज से जुड़ी विभूतियों का सम्मानित भी किया जाएगा।
उन्होंने यह बताते हुए खुशी जाहिर की कि इस आयोजन में ‘माई भारत’ के विभिन्न युवा संगठनों, शैक्षणिक संस्थान और एनजीओ की भी भागीदारी होगी। सभी युवाओं के उन्होंने आग्रह किया कि इस पदयात्रा में शामिल होकर वो भगवान बिरसा मुंडा को नमन करें और जनजातीय समाज के गौरव को और करीब से जानें।