पहली बार सीआरपीएफ की महिला डॉक्टर पहुची नक्सल प्रभावित केरलापेंदा व लखापाल
मौसमी बीमारियों से ग्रसित दर्जनों ग्रामीणों के उपचार के लिए आयोजित किया मेडिकल कैम्प
सुकमा – जिले के अतिनक्सल प्रभावित चिंतलनार थाना क्षेत्र के केरलापेंदा व लखापाल में इन दिनों मौसमी बीमारी से सैकड़ो लोग ग्रसीत है। जिसके सूचना मिलने पर वाहिनी के कमांडेंट हिमांशु पांडे के निर्देशन पर केरलापेंदा व लखापाल में मेडिकल कैम्प लगया गया जिसमें वाहिनी के एम बी बी एस महिला डॉक्टर मनोगना टी. के द्वारा एवं अस्सिटेंट कमांडेंट रोशन लाल किरत बोपाराय के मौजूदगी में मेडिकल कैम्प लगाया गया जिसमें सैकड़ो ने पानी स्वस्थ्य जांच व निशुल्क दवा प्राप्त किया । वही आस पास के करीब पांच से अधिक ग्रामीण मेडिकल कैम्प में स्वास्थ्य लाभ लिया।
*पहली बार महिला डॉक्टर केरलापेंदा व लखापाल पहुची*
दरअसल देखा गया है कि नक्सल क्षेत्रों में कई सुविधाएं सिर्फ इसलिए भी नहीं पहुंच पाती की कोई यहां आना नहीं चाहता है। लेकिन एक महिला एमबीबीएस डॉक्टर जो इन दिनों सीआरपीएफ 74वी वाहिनी में पदस्थ है। जिसके द्वारा केरलापेंदा व लखापाल पहुंच कर वहां ग्रामीणों की सेवा कर रही है। वहीं वाहिनी के कमांडेंट हिमांशु पांडे के मार्गदर्शन व निर्देशन में क्षेत्र की सुरक्षा के साथ ग्रामीणों की भी निशुल्क उपचार किया जा रहा है। ताकि इस मौसमी बीमारियों से ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया जा सके। जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच कर उपचार करवा कर स्वास्थ्य लाभ लिया। जहां उन्हें निशुल्क दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई।
*मौसमी बीमारियों से उपचार करवाने पहुंचे ग्रामीण – डॉक्टर मानोगना टी*।
पहली बार एक महिला एमबीबीएस डॉक्टर केरलापेंदा व लखापाल जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पहुंच आम नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचा रही डॉक्टर ने कहा कि इन क्षेत्रों में प्रयाप्त सुविधाएं नहीं होने के कारण मौसमी बीमारियों से उपचार कराने में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसे देखते हुए कमांडेंट हिमांशु पांडे के निर्देशन में मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीणों को निःशुल्क उपचार करते हुए दवाइयां दी गई। वहीं उन्हें इस मौसम में साफ सफाई पर ध्यान देने स्वच्छ पानी पीने व मच्छरों से बचाव हेतु मच्छरदानी का उपयोग करने की समझाइश भी दी गई ।
*कैंप के स्थापना के बाद से क्षेत्र के सुरक्षा , विकास व सेवा के लिए तैनात हैं – हिमांशु पांडे*। सीआरपीएफ 74वी बटालियन के कमांडेंट हिमांशु पांडे ने बताया कि हमारी वाहिनी को केरलापेंदा व लखापाल के क्षेत्र की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया ताकि इन क्षेत्रों का विकास हो सके और ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित ना हो पाए वहीं क्षेत्र वासियों के जरूरत के अनुसार सिविक एक्शन प्रोग्राम के माध्यम से हम सेवा भी करते रहते है। वहीं इन दिनों मौसमी बीमारियों से अंदरूनी क्षेत्रों में कई बीमारियां फैली हुई है। जिसके लिए हमारे द्वारा यह मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया ।