बस्तर में नक्सल मोर्चे पर सफल होती सरकार, 11 महीने में 213 की मौत से नक्सलियों में हाहाकार
छत्तीसगढ़ का बस्तर दशकों से युद्ध का क्षेत्र बना हुआ है. सुरक्षा बल के जवानों के साथ नक्सलियों का मुठभेड़ 40 साल से जारी है. लेकिन जिस तरह की लड़ाई इन दिनों नक्सल मोर्चे पर बस्तर में लड़ी जा रही है, वह कई मायनों में बेहद ही महत्वपूर्ण है. दरअसल बस्तर में ऐसा पहली बार हुआ है जब सिर्फ 11 महीने में ही सुरक्षा बल के जवानों ने 213 नक्सलियों को मार गिराने में सफलता पायी है. यही नहीं मुठभेड़ के दौरान कहीं 40 तो कहीं 36 नक्सलियों को खत्म करने देने का रिकॉर्ड भी जवानों ने बनाया है. और सबसे अहम यह है कि बड़े से बड़े ऑपरेशन में भी जवानों को वैसा नुकसान कहीं भी नहीं हुआ, जैसा कि पहले के वर्षों में होते रहा है. उन क्षेत्रों में भी नहीं जो नक्सलियों का ही कोर क्षेत्र माना जाता है. अबूझमाड़ जैसे दुर्गम और अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी जवानों ने घुस-घुसकर नक्सलियों को मारना शुरू कर दिया. और तमाम मुठेभड़ों में जवानों को कामयाबी ही मिल रही है. जैसे कि एक बड़ी कामयाबी आज सुकमा के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में जवानों को मिली.