संयुक्त श्रम संगठनों तथा संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा संविधान
स्वीकृति किए जाने के 75वीं बर्षगांठ संविधान दिवस 26 नवंबर को सरकार की मजदूर विरोधी, किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ देशव्यापी विरोध दिवस के तहत संयुक्त श्रम संगठनों सीटू, एटक,ऐक्टू, एच एम एस,स्टील वर्कर्स यूनियन, लोइमू द्वारा 26 नवंबर को घड़ी चौक ,सुपेला ,भिलाई में दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक प्रदर्शन कर एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर, जिला दुर्ग के माध्यम से थाना प्रभारी, सुपेला,भिलाई को सौंपा गया.इस मौके पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया और संविधान को बचाने का संकल्प लिया गया.
ज्ञापन मे चार श्रम कोड को रद्द करने ,ठेकाकरण व आउटसोर्सिंग को बंद करने,सभी के लिए रोजगार सुनिश्चित करने, सभी श्रमिकों को 26000 रुपए प्रतिमाह राष्ट्रीय न्यूनतम वेतन व ₹10000 प्रतिमाह पेंशन और सामाजिक सुरक्षा लाभ लागू करने ,रक्षा, रेलवे, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, सेल सहित सार्वजनिक उपक्रमों और सार्वजनिक सेवाओं का निजीकरण नहीं करने,अंधाधुंध भूमि अधिग्रहण को समाप्त करने ,भूमि अधिग्रहण कानून 2013 और वन अधिकार कानून को लागू करने,मनरेगा में 200 दिन काम तथा प्रतिदिन ₹600 मजदूरी देने, दलितों ,आदिवासियों और अल्पसंख्यकों सहित सभी वंचित वर्गों के खिलाफ हिंसा, सामाजिक उत्पीड़न और जाति- सांप्रदायिक भेदभाव को समाप्त करने,महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा समाप्त करने, सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की कानूनी गारंटी करने आदि मांगे उठाई गई हैं.
प्रदर्शन को विजय जागड़े,विनोद कुमार सोनी, बृजेन्द्र तिवारी, नंद किशोर गुप्ता, अशोक मिरी,त्रिलोक मिश्रा, अशोक पंडा,शमीम कुरैशी, कलादास डहारिहा,अर्चना ध्रुव आदि लोगों ने संबोधित किया.
बृजेन्द्र तिवारी,
संयुक्त ट्रेड यूनियन,भिलाई