सुकमा जिले के क्षेत्रान्तर्गत नक्सल संगठन में सक्रिय एक महिला नक्सली सहित सात नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण।
अनवर हुसैन सुकमा
सुकमा: छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होने होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से किया गया आत्मसमर्पण।आत्मसमर्पित नक्सली थाना चिंतलनार, कोन्टा, कुकानार एवं गोलापल्ली क्षेत्र के है निवासी।उक्त नक्सलियों को आत्मससमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 74, 217, 227 वाहिनी सीआरपीएफ, 206 वाहिनी कोबरा आसूचना शाखा के कार्मिकों एवं डीआरजी टीम की रही है विशेष भूमिका।
जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय एक महिला सहित सात नक्सलियों के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय,सुकमा में आत्मसमर्पण किया गया। आत्मसमर्पित नक्सलियों का विवरण निम्ननुसार हैः- नक्सली संगठन में सक्रिय पांच नक्सलियों माड़वी राजू (मिलिषिया सदस्य, मेहता आरपीसी) माड़वी देवा (मिलिशिया सदस्य, मेहता आरपीसी) सुन्नम व्यक्टेंश (मिलिशिया सदस्य, मेहता आरपीसी) कवासी हड़मा (मिलिशिया सदस्य, ईरपा) सोड़ी गंगा (मिलिशिया सदस्य, कोराजगुड़ा आरपीसी) सुकमा के द्वारा विरेन्द्र कुमार ,द्वितीय कमान अधिकारी 217 वाहिनी सीआरपीएफ, रवि कुमार सहायक कमाण्डेन्ट 227 वाहिनी सीआरपीएफ, जयसिंह राजपुरोहित, सहायक कमाण्डेन्ट 74 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत प्रभारी नक्सल सेल जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण कियेें है। नक्सली माड़वी राजू, माड़वी देवा एवं सुन्नम व्यक्टेंश को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 217 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा एवं नक्सली कवासी हड़मा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 227 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा खा तथा नक्सली सोड़ी गंगा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआरजी टीम की रही विशेष भूमिका।
नक्सली संगठन में सक्रिय दो नक्सलियों सोड़ी सुखमती उर्फ सुकरी (मेडिकल सदस्या, मंडीमरका आरपीसी) ओयम एंका (डीएकेएमएस उपाध्यक्ष, जोन्नुागड़ा आरपीसी) ने जयसिंह राजपुरोहित, सहायक कमाण्डेन्ट 74 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत प्रभारी नक्सल सेल जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण कियेें है। सोड़ी सुखती एवं ओयम एंका को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 74 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा कार्मिकों की रही विशेष भूमिका। उक्त आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जायेंगा।