मोतीलाल वोरा को कभी नहीं भुला पाएँगे” : सोनिया,राहुल, प्रियंका गांधी, बघेल, सिंहदेव, महंत,बैज
दुर्ग। “भारतीय राजनीति के मोती” कहे जाने वाले महान हस्ताक्षर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व राज्यपाल, और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा की जन्म जयंती पर आज दुर्ग में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। राजेंद्र पार्क चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर दुर्ग कांग्रेस कमेटी और शहरवासियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को याद किया।
भारतीय राजनीति में अपनी विनम्रता और कुशल नेतृत्व के लिए जाने वाले मोतीलाल वोरा ने अपनी सेवा से विभिन्न पदों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी छवि एक कद्दावर और सुलझे हुए नेता की रही, जिनकी सराहना पूरे देश में होती है।
उनकी जयंती के अवसर पर कांग्रेस पार्टी के कई राष्ट्रीय नेताओं ने उन्हें याद किया। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष और राजस्थान से राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी,उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सांसद एवं लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी ने भी मोतीलाल वोरा की याद में पत्र प्रेषित किया।
छत्तीसगढ़ के भी कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत,पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस बाबा, और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज शामिल हैं, ने उनके आदर्शों और कार्यों को सराहते हुए पत्र के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की।
-“बाबूजी के बताए रास्ते पर दुर्ग की सेवा जारी” : अरुण वोरा
जयंती के अवसर पर उनके सुपुत्र, प्रदेश के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा, “बाबूजी ने दुर्ग को सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि अपने परिवार का हिस्सा माना। उनका हर कार्य यहाँ के लोगों के लिए समर्पित था। उनके पदचिह्नों पर चलते हुए, मैं भी दुर्ग के हर नागरिक को अपने परिवार का सदस्य मानता हूँ। बाबूजी ने जो सादगी, सेवा और समर्पण की मिसाल कायम की, वह मेरे जीवन का पथप्रदर्शक है। चाहे मैं किसी भी पद पर रहूं या न रहूं, दुर्ग और इसके लोगों की सेवा मेरा पहला कर्तव्य रहेगा। उनकी विरासत को आगे बढ़ाना ही मेरे जीवन का उद्देश्य है।”
-कांग्रेस नेतृत्व और नागरिकों ने अर्पित की श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी उनकी प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर उन्हें नमन किया। नेताओं ने कहा कि मोतीलाल वोरा का जीवन सेवा, समर्पण, और सादगी का प्रतीक था। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मोतीलाल वोरा की धर्मपत्नी शांति देवी वोरा, उनके सुपुत्र अरविंद वोरा, दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व महापौर आरएन वर्मा, जिलाध्यक्ष गया पटेल, भिलाई कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता उपस्थित रहे। इसके अलावा, धर्मेंद्र यादव, अल्ताफ अहमद, अजय मिश्रा, राजकुमार पाली, राजकुमार साहू, महिप सिंह भुवल, शंकरलाल ताम्रकार, मदन जैन सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और शहरवासी कार्यक्रम का हिस्सा बने।
-श्रद्धांजलि कार्यक्रम में महत्वपूर्ण उपस्थिति..
मोतीलाल वोरा एक सशक्त और दूरदर्शी नेता थे, जिनके संबंध न केवल उनकी पार्टी के नेताओं से बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं से भी अत्यंत मधुर और सम्मानपूर्ण थे। उनकी राजनीति में मधुर संवाद, सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता, और सार्वजनिक सेवा का ऐसा अनुपम उदाहरण था, जिसने उन्हें सभी दलों के बीच आदर का पात्र बनाया। विपक्ष के नेता भी उनकी विचारधारा और नीतियों का सम्मान करते थे और उन्हें प्रेरणा मानते थे।
आज उनकी जयंती के अवसर पर कई भाजपा नेता, जिनमें वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन, दुर्ग ग्रामीण के विधायक ललित चंद्राकर, और दुर्ग शहर के विधायक गंजेंद्र यादव ने भी रायपुर से उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें स्मरण किया। यह उनकी सर्वस्वीकार्यता और राजनीतिक कद का प्रमाण है कि वे सभी दलों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बने रहे।
-मोतीलाल वोरा: राजनीति के पथप्रदर्शक
1970 से शुरू हुए उनके राजनीतिक सफर ने कई ऐतिहासिक मील के पत्थर स्थापित किए। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, और कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष जैसे पदों पर रहते हुए उन्होंने अपनी प्रभावशाली कार्यशैली, सुधारवादी सोच, और जनहितकारी नीतियों से देश को दिशा दी।
मोतीलाल वोरा का जीवन और योगदान राजनीति के एक अमर आदर्श हैं। उनकी सादगी, संवेदनशीलता, और समर्पण की विरासत दुर्ग शहर और देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगी।