ट्वीनसिटी में लोहा चाोर उड़ा रहे है, लोहे केेेे एंगल व लोहे का फ्रेम

हद तो ये है कि थाना के सामने सडक़पर रखे तीन लोहे के एंगल को दिलेरी के
साथ पार कर दिये चाोर
पुलिस गश्त पर लग रहा है बड़ा प्रशन चिान्ह
भिलाई। इस्पात नगरी भिलाई में खासकर सेंट्रल एवनयू में लोहा ्चाोरो का
इतना आतंक है कि पुलिस थाना तो छोड़ पुलिस पेट्रोलिंग का भी खौफ नही रहा।
बीएसपी की संपति हो (ग्रील) हो फिर प्राईवेट पर्टियों के फलैक्स के लोहे
के एंगल ही क्यो ना हो? लोहे का एंगल इतने मंहगे व भारी होते है कि बिना
गाड़ी के ले जाना संभव नही है। जिसे अगयात चाोर देर रात धड्ल्ले से चोरी
करने में जुटे रहते हैं। बीएसपी की संपत्ति लूट रही है। बीएसपी के अफसर
सो रहे है। बीएसपी के भारी भरकम लोहे के एंगल व सेन्ट्रल एवन्यू के बीच
में लगे लोहे ग्रील मुर्गा चौक से लेकर सेक्टर 9 चौक और गलोब चौक से लेकर
डीपीएस रिसाली वाले सडक तक लोहा चोर बेधडक चोरी कर रहे है। लेकिन बीएसपी
का एक भी अफसर एफआईआर दर्ज कराने की हिमाकत नही कर रहे हैं। हाल ही में
ताजा उदाहरण जो प्रकाश में आया कि दिल्ली के एक बडे व्यापारी व मेला के
संचालक सुभाष सब्बरवाल द्वारा कलामंदिर के सामने 40 दिवसीय मेला का आयोजन
किया था और उसके प्रचार प्रसार के लिए सेन्ट्रल एवन्यू रोड जो पुलिस थाना
व पुलिस पेट्रोल पंप के सामने चार बड़े बड़े 20 बाई 40 के फ्लैक्स लगाये
गये थे। उसे भी अज्ञात चोर चुरा ले गये। चार में से तीन बोर्ड को चोरो ने
चुराने में सफलता हासिल कर ली लेकिन बडा सवाल यह उठता है कि कोतवाली थाना
के सामने भी अज्ञात चोर लोहे के भारी भरकम बोर्ड को बेधडक़ होकर चोरी कर
ले जा रहे है जो सीधे तौर पर पुलिस पेट्रोलिंग व रात्रि गश्त पर बडा
प्रश्रचिन्ह है। पुलिस के अफसर भी कंट्रोल रूम से होकर रात्रि गश्त पर
निकलते हैं, उनका खौफ भी चोरो में नही दिख रहा है। शहर में इतना लोहा
चोरी होरहा है लेकिन आखिर ये लोहा चोरी कौन करवा रहा है? ये बडा जांच का
विषय है। बीएसपी प्रबंधन ने सेक्टर 6 कोतवाली सहित कई सेक्टर के थानों
मेें पेट्रोलिंग के लिए प्राईवेट वाहन भी थानों में दिये है तो उसके
बावजूद भी इस कार्य के लिए बीएसपी द्वारा वाहन प्रदत्त किया गया है तो उन
वाहनों को आखिर कौन और कहा उपयोग कर रहा है।
टाउनशिप में लोहे के ग्रील के अलावा सुने घरो के ताले लगातार टूट रहे
हैं, घरों में रखे वाईक व अन्य वाहनों से पेट्रोल चोरी तथा घरों में खड़ी
सायकल सहित अन्य सामान चोरी करना आम बात हो गई है। हम ये नही कह रहे हैं
कि दुर्ग पुलिस चोरी पकडऩे में पीछे है, चोरी का खुलासा हो रहा है, चोर
लगातार पकड़ा रहे है, उसके बाद भी चोरी के मामलों में लगातार ईजाफा रहा
रहा है। इस बात को पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने भी अपने वार्षिक
रिपोर्ट कार्ड में स्वीकार किये हैं कि चोरी बढी हैं। लेकिन लोहे के
एंगल और लोहे के फ्रेम को आखिरकार कौन से चोर चोरी कर कौन से कबाड़ी को
खपा रहे है, ये भी जांच का बड़ा विषय है। थानों की पेट्रोलिंग के अलावा
एसीसीयू (क्राईम ब्रांच) की टीम की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्र चिन्ह लग
रहा है। चाहे लोहा सरकारी हो या प्राईवेट इस ओर पुलिस को शातिर को पकडऩे
में मुखबीर तंत्रों को लगाकर सफलता की ओर बढना चाहिए ताकि ईमानदार पुलिस
अधीक्षक व उनके मातहत राजपत्रित अधिकारियों की छवि धुमिल होने से बच
पाये।
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