January 23, 2025

महादेव तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर चल रहा बड़ा खेल,गुणवत्ता को लेकर खड़े हो रहे सवाल।

विभाग ने जारी किया 09 नोटिस,उसके बाद भी कार्य मे नही हो रहा सुधार।

बीजापुर-नगरपालिका द्वारा तालाबों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण के नाम पर शासकीय राशि की होली खेली जा रही है।ऐसा ही मामला नगर के हृदयस्थल पर स्थित महादेव तालाब में सौन्दरिकरण कार्य का मामला सामने आया है।जिसमें ठेकेदार द्वारा व्यापक पैमाने पर अनियमिताएं की गई हैं।

जिला मुख्यालय स्तिथ महादेव तालाब का सौन्दरिकरण कार्य हेतु कीर्ति कंस्ट्रक्शन को 05 करोड़ 08 लाख में ठेका दिया गया है।पिछले 18 महीने से ठेकेदार द्वारा तालाब का कार्य कछुआ चल की तरह निर्माण कार्य कराया जा रहा है वो भी गुणवत्ताहीन तरीके से कराया जा रहा है।

गौरतलब है की पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने अपने निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य और उसकी गुणवत्ता को लेकर नाराजगी जाहिर की थी,बावजूद इसके ठेकेदार द्वारा मनमानी निर्माण कार्य कराया जा रहा था।

05 करोड़ 08 लाख का खेल—

महादेव तालाब के सौन्दरिकरण के नाम पर नगरपालिका द्वारा 05 करोड़ 08 लाख रुपए की लागत से कीर्ति कंस्ट्रक्शन के द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है।ठेकेदार की मनमानी का आलम यह है कि दीवाल खड़ी करने बगैर जाली के जमीन की ऊपर से कॉलम का निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन कराया जा रहा है।बीम में भी तय मापदंड के अनुसार छड़ का इस्तेमाल भी नही किया जा रहा है।

महादेव तालाब को 05 करोड़ 08 लाख की लागत से  सौन्दरिकरण कार्य किया जारहा है।अब तक ठेकेदार को   संबंधित विभाग ने 30 लाख 60 हज़ार का भुगतान भी कर दिया गया है।लेकिन ठेकर द्वारा आब भी कछुआ गति की चाल से कार्य किया जा रहा है वो भी गुणवत्ताहीन तरीके से।

ठेकेदार के मनमानी निर्माण कार्य को लेकर तकनीकी जानकारों ने भी सवाल उठाते हुए कहा था कि तालाब की मेढ़ किनारे गुणवत्ताहीन कार्य करना उचित नही है।इससे तालाब में पानी का भराव होने से दीवारे गिरने का खतरा बन सकता है।

ठेकेदार को 09 नोटिस जारी किया गया है—–

बीजापुर नगरपालिका परिषद द्वारा महादेव तालाब के निर्माण मामले में निरीक्षण करने के बाद गुणवत्ताहीन कार्यो को लेकर संबंधित विभाग ने ठेकेदार को 09 नोटिस जारी किया है।वंही संबंधित विभग द्वारा ठेकेदार को स्पष्ट किया है कि गुणवत्ता के साथ किसी हाल में समझौता नहीं किया जाएगा।अगर सुधार नहीं किया गया तो ठेकेदार का भुगतान रोकने के साथ ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही की  जाएगी।