हजारीबाग में मंगला जुलूस पर पथराव की घटना पर झारखंड विधानसभा में विपक्ष का हंगामा

रांची, । हजारीबाग शहर में रामनवमी से पहले 25 मार्च की रात निकाले गए ‘मंगला जुलूस’ के दौरान पथराव की घटना को लेकर बुधवार को झारखंड विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ। बजट सत्र के 19वें दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के विधायक हजारीबाग की घटना को लेकर नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए। वे पत्थरबाजों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले भी हजारीबाग के भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद ने इस घटना के विरोध में तख्ती लेकर प्रदर्शन किया। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हजारीबाग की घटना को लेकर सदन में सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के त्योहारों पर ही दंगे क्यों होते हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। राज्य में कानून-व्यवस्था पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।
मरांडी ने संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और पर्व-त्योहार के दौरान ड्रोन कैमरों का उपयोग करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जुलूस वाले रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए और पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था हो, ताकि उपद्रवियों की पहचान आसानी से हो सके। इसके बाद भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए।
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने सदन में शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि बजट सत्र अब अपने अंतिम चरण में है और केवल दो दिन की कार्यवाही बची है। उन्होंने विपक्ष से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करने को कहा। संसदीय कार्यमंत्री और वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने भाजपा के आरोपों का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि हजारीबाग की घटना सरकार के संज्ञान में है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागू करवाने के लिए इस प्रकार की हिंसा को राजनीतिक रूप से भड़काया जा रहा है। उन्होंने विपक्ष पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।