नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर नगर बंद सफल
नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर नगर बंद सफल
नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज यादव को मिली जमानत
राजनांदगाव: इन दिनों नगर पंचायत छुरिया मे इन दिनों राजनीतिक सियासीय उबाल मार रही है। घटनाक्रम यह है की नगर पंचायत अध्यक्ष के भ्रष्टाचार एवं गलत नीतियों के कारण सत्ता दल एवं निर्दलीय पार्षदों द्वारा अध्यक्ष को हटाने सामूहिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव हेतु आवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष अपनी पद बचाने विभिन्न हथकंडे अपना रही। इसी क्रम में नगर पंचायत उपाध्यक्ष पर दबाव बनाने के उद्देश्य से पुलिस की माध्यम से उठा कर जेल भेज दिया गया गया। लोकप्रिय उपाध्यक्ष के समर्थन में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के जनप्रतिनिधियों एवं नगरवासी एक हो गये।मनोज यादव की गिरफ्तारी और अध्यक्ष के कारनामें के विरोध मे मंगलवार को पुरा छुरिया नगर बंद रहा।
अध्यक्ष का बयान पार्टी विरोधी एवं अनुशासनहीनता के दायरे मे
नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज यादव की गिरफ्तारी पर नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा एक दैनिक अख़बार मे बयान दिया गया है कि मनोज यादव सट्टा खाईवाल और अवैध शराब कि बिक्री करता है।यह बात पुरा शहर जानता है।अध्यक्ष का यह बयान अपने ही पार्टी के उपाध्यक्ष के खिलाफ दिया जाना दुर्भाग्यजनक है।क्युकी यदि मनोज यादव के इस कृत्य को पुरा शहर जानता है तो स्वाभाविक बात है कि नगर पंचायत अध्यक्ष मनोज यादव को उपाध्यक्ष बनाते वक्त इस बात से भी परिचित रही होगी।तो क्या अध्यक्ष द्वारा सट्टा खाईवाल एवं शराब बेचने वाले को कमीशन प्राप्त करने के लिए उपाध्यक्ष बनाया था।अध्यक्ष का विकलांग,निर्दोष नगर पंचायत उपाध्यक्ष के प्रति जनसमर्थन को देखकर ऐसा उलूल जुलूल बयान देना पार्टी विरोधी एवं अनुशासनहीनता के दायरे मे है।जिसपर संगठन को कड़ी कार्यवाही कर अध्यक्ष पद से हटाए जाने कि मांग पार्षद दल एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा कि जा रही है।सट्टा खाईवाल के साथ मिलकर पूर्व उपाध्यक्ष को हटाने मे नगर अध्यक्ष कि महती भूमिका थी।वर्तमान मे नगर अध्यक्ष के खिलाफ जनप्रतिनिधि पार्षदगण एवं नगरवासी लामबंद है।
अध्यक्ष का आरोप बेबुनियाद स्वंय के गिरेबान मे झांक कर देखे:मनोज यादव
नगर उपाध्यक्ष मनोज यादव द्वारा बताया गया है कि मुझे नगर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर दस्ताखत कि सजा जेल जाकर चुकानी पड़ी।फिर भी मै भी नगर अध्यक्ष एवं उनके भष्ट्राचार व गलत नीतियों का विरोध करता रहूंगा।साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि नगर अध्यक्ष स्वंय भष्ट्राचार मे,कमीशन खोरी मे,गुटबाजी करने मे,पार्टी को नुकसान पहुंचाने मे,शासकीय भूमि मे कब्ज़ा करने मे,राजगामी तालाब पर अतिक्रमण,मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना कि 100 दुकानों मे भष्ट्राचार ,कॉलेज ग्राउंड कि दिवार तोड़ना,सी.सी.रोड,डिवाइडर निर्माण,हमर छुरिया लाइट बोर्ड,यात्री प्रतीक्षालय आदि कि लंबी फेहरिस्ट है।यदि इन सभी मामलो कि जाँच कि जाये तो जनता जनादन के सामने मुँह दिखाने लायक नही रहेंगे।
नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज यादव को मिली जमानत
देर रात मंगलवार को नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज यादव को राजनांदगाव न्यायालय से जमानत दे दी गई है।