ग्राम उमदा के डीकेंद्र के दोनो पैरो का सफल ऑपरेशन एसबीएस अस्पताल के डाक्टरों के कुशल मार्गदर्शन में हुआ
भिलाई। एक और मुश्किल केस का सफलता पूर्वक इलाज यह केस उम्दा के रहने वाले डीकेंद्र का है जिसकी उम्र 22 वर्ष है, 6 जनवरी 2023 के दिन ये लड़का बाइक पर जा रहा था सामने से आ रहे ट्रक से टकराया और ट्रक इसके पैर को कुचलता हुआ आगे बढ़ गया, जिससे डीकेंद्र के दोनों पैर गंभीर रूप से घायल हो गये थे, फिर डीकेंद्र को जल्दी से सरकारी अस्पताल ले जाया गया, वहां जाने के बाद वहा के विशेषज्ञो ने प्राथमिक इलाज दिया और हायर सेंटर, रायपुर में भेज दिया, वहां जाने के बाद वहां के विशेषज्ञो ने मरीज का सामान्य ड्रेसिंग करके घर भेज दिया उसके बाद डीकेंद्र एक हफ्ता तक घर में रहा, जब पैरों से बदबू आने लगी, तो मरीज को फिर से सरकारी अस्पताल ले जाया गया, वहा जाने पर डॉक्टरों ने कहा कि मरीज का पैर काटना होगा,
वहाँ से परामर्श के बाद वे लोग 13 जनवरी को मरीज को पावर हाउस स्थित, एसबीएस अस्पताल में लाया गया, वहां डॉक्टर ने चेक किया तो बताया की मरीज के पैरों में गैंगरीन हो गया है इस वजह से उसके पैरों से बदबू आ रही थी, फिर मरीज के पैरो के गैंगरीन को ठीक किया और हड्डी रोग विशेषज्ञ से परामर्श कर के उसके पैरों को नॉर्मल किया, एसबीएस हॉस्पिटल में मरीज़ का डॉपलर टेस्ट किया गया, जिससे यह पता लगा कि मरीज़ के पैरों में सिर्फ 10% प्रतिशत ही खून का दौरा हो रहा है, यह जानने के बाद मरीज़ को आईसीयू में रखा गया और उसका इलाज किया गया, लगभग 15 दिन तक आईसीयू में रहने के बाद मरीज़ की हालत में सुधार दिखायी देना शुरू हुआ, डॉक्टर बताते हैं कि उसके पैरों में अत्याधिक गहरे घाव थे जिस वजह से उसके पैरों को सही सलामत बचा पाना मुश्किल था मगर एसबीएस के डॉक्टर ने बहुत ही सावधानी से मरीज़ के पैरों को ने बचा लिया, जहां दूसरे अस्पताल में बताया गया था कि मरीज के पैर को काटना होगा वही एसबीएस के डॉक्टरों ने ठीक कर दिखाया, मरीज के पैर के अंगूठे का सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा काटना पड़ा बाकी पुरा पैर बचा लिया गया मरीज बेहद खुश हुआ, सारी परेशानियों को हल करने के बाद आखिरी में एसबीएस के विशेषज्ञयों ने प्लास्टिक सर्जन को बुलाकर मरीज की प्लास्टिक सर्जरी भी करवायी और अब मरीज बिलकुल स्वस्थ है और वह खुद अपने पैरों पर चलकर अपने घर गया |