November 18, 2024

पीएससी भर्ती मामले में डिप्टी कलेक्टर के पदों के प्रतिभागियों को दिया जाये जल्द ज्वाईनिंग-गोंडवाना संघ

भाजपा नेता पीएससी मामले में राज्य सरकार को कर रहे हैं, सिर्फ बदनाम
दस सालों में बेरोगार थे बदहाल, तीन सालों में रोजगार की आई बहार
भिलाई। गोंडवाना संघ भिलाई के अध्यक्ष पुराणिक उईके ने एक पत्रकारवार्ता
में बताया कि पीएससी के द्वारा जो प्रशासनिक अधिकारियों का चयन हुआ है
उसे रोक कर रखा गया है। अधिकांश पदों पर राज्य सरकार द्वारा नियुक्तियां
दे दी गई है, लेकिन डिप्टी कलेक्टर रैंक के 15 से 16 पदों को रोक कर रखा
गया है। उनको ज्वाईनिंग क्यों नही दी जा रही है। पीएसी के माध्यम से
आदिवासी समाज के सभी वर्गों के बच्चों का चयन हुआ है। राज्य सरकार इस
मामले में गंभीरता दिखाये। पिछले दस साल में आदिवासी समाज के बच्चे
रोजगार से वंचित थे। भूपेश सरकार ने पिछले दो तीन सालों में रोजगार के कई
रास्ते खोले हैं, जिससे होनहार और अपने काबिलियत के दम पर बेरोजगार
युवाओं को अब सरकारी नौकरी मिल पा रहे हैं। डिप्टी कलेक्टर के भर्ती
मामले में सरकार को गंभीरता दिखानी चाहिए। यदि उनकी गंभीरता नही दिखेंगी
तो आदिवासी समाज पत्राचार का रास्ता अख्तियार करेगा और कलेक्टर से मिल कर
ज्ञापन सौंपेगे और फिर भी मांगे हमारी पूरी नही हुई तो धरना प्रदर्शन भी
करेंगे। राज्य की भूपेश सरकार युवाओं के लिए सोच रही है और युवा अपनी दम
खम के साथ योग्यता को देखते हुए लगातार पीएससी के माध्यम से उनका चयन
भी हो रहा है। आदिवासी समाज ने भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा
कि पीएससी से भर्ती के मामले में भूपेश सरकार को भाजपा नेता सिर्फ और
सिर्फ बदनाम करने का काम कर रहे हैं। कभी जांच की मांग करते है तो कभी
लेन देन की बात कहते हैं यदि उनके पास इसका पुख्ता प्रमाण है तो वे उसे
सामने क्यों नही लाते हैं।
पत्रकारवार्ता में किशुन कतलम, जितेन्द्र बंजारे, कुंवर सिंह ठाकुर,
फागबली उइके, कार्तिकराम ठाकुर, बी आर तुमरेके, देवेन्द्र ध्रुव सहित
अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित थे।