November 23, 2024

1 जुलाई को छमुमो मनायेगी… भिलाई गोली कांड में शहीद हुए शहीदों का शहीदी दिवस श्रद्धांजलि देने बड़ी संख्या में पॉवर हाउस पहुंचेेगे श्रमिक,निकलेगी रैली, होगी आमसभा… कामरेड शंकर गुहा नियोगी के हत्या के बाद शराब कंपनी का मालिक कैलाशपति केडिया भारत छोड़ जा बसे लंदन में-भीमराव बागड़े

भिलाई। छत्तीसगढ मुक्ति मोर्चा के नेता भीमराव बागड़े ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार मजदूरों को जीने लायक वेतन व स्थायीकरण दे, इन्ही सभी मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के संस्थापक रहे कामरेड शंकर गुहा नियोगी के नेतृत्व में श्रमिक आंदोलनरत थे। 28 सितंबर 1991 को रात्रि के समय जब वे सो रहे थे उस
समय गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। उसके बावजूद भी आंदोलन जारी था। 1
जुलाई1992 के दिन पुलिस द्वारा गोली चालन कर 17 मजदूरों की हत्या कर दी
गई। उनका शहीद दिवस हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी 1 जुलाई को मनाया
जायेगा। इसमें बड़ी संख्या में छमुमो से जुडे श्रमिक व समर्थक लाल मैदान
छावनी पॉवर हाउस में प्रात: 10 बजे एकत्रित होंगे गोलीकांड में हुए शहीद
के परिवारों के साथ गोली चालन वाले स्थान पहुंचकर पूजा अर्चना के बाद 1
बजे पॉवर हाउस से रैली के रूप में नंदिनी रोड होते हुए एसीसी चौक के पास
शहीद शंकर गुहा नियोगी के प्रतिमा स्थल पहुंचेंगे और वहां उनकी प्रतिमा
पर माल्यार्पण करने के बाद शहीदों को श्रद्धांजलि देेंगे एवं आमसभा
आयोजित होगी। श्री बागड़े ने कहा कि कामरेड शंकर गुहा नियोगी की हत्या
के बाद शराब कंपनी के मालिक कैलाशपति केडिया भारत छोड़कर लंदन में जाकर
बस गये,मजदूरों और बैँक कीे देनदारी के कारण उनकी भिलाई के केडिया
डिस्टीलरी नीलाम हो चुकी है। इंजीनियरिंग कंपनियों के साथ कुम्हारी कपंनी
के प्रकरण हाईकोर्ट में विचाराधीन है क्योंकि छत्तीसगढ सरकार भी इसमें एक
पार्टी है और वह रूचि नही ले रही है। छग में 60 प्रतिशत मजदूरों को
न्यूनतम वेतन भी नही मिल रहा है। केन्द्र सरकार ने मजदूरों के साथ बहुत
बड़ा विश्वासघात की है। बहुत ही संघर्ष और आंदोलन के बाद श्रमिकों का
डयूटी जो 8 घंटा हुआ था उसको केन्द्र सरकार ने कार्पोरेट घरानो व
उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने कानून में संशोधन कर 12 घंटा कर दी है,
इससे बहुत ही बेरोजगारी बढ रही है जहां तीन शिफ्ट में काम होता था अब
वहां मात्र दो शिफ्ट में ही काम हो रहा है एक पाली का काम करने वाले लोग
बेरोजगार हो गये हैं। सरकारी श्रम विभाग के अधिकारी सिर्फ और सिर्फ
औपचारिकताएं पूरी करने में लगे हैं। संघषर््ा के जरिये बने हुए 44 श्रम
कानूनो को कार्पोरेट व उद्योगपतियों के हितों के लिए केन्द्र सरकार ने
संशोधन कर मात्र 4 श्रम कोड उद्योगपतियों को ध्यान में रखते हुए बनाया
गया। इन कानूनों के तहत मजदूरों को गुलामी की ओर ढकेला जा रहा है।
केन्द्र सरकार के निजीकरण व ठेका पद्धति के कारण उडि़सा में हुई रेल
दुर्घटना में 3 सौ से अधिक लोगों की जाने चली गई। न्याय के लिए लडऩे वाली
महिला पहलवानों से ज्यादती हो रही है। अहंकारी सरकार पतन की ओर जा रही
है। जो सरकारी संस्थाएं रेलवे, बैंक, रक्षा, बीमा, कोयला आदि को नही चला
रहे है और मंहगाई सहित अन्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए धार्मिक
उन्माद फैला रहे है। रोजगार के अवसर खत्म हो रह हेंै। मुठ्ठी भर लोगों
की पूंजी बढ रही है, सत्ता से जुडे लोग मालामाल हो रहे है, उनके यहां
छापे नही पड़ रही है। मजदूरों को नौकरी का निराकरण हेतु बनाया गया आईडी
एक्ट कानून जो बनाया गया था उसके तहत मजदूरों की छंटनी के मामले में 180
दिनों में फैसला होना चाहिए लेकिन सालो सालेा साल इस प्रकार के प्रकरण
श्रम न्यायालयों में पेंडिंग है, इसके कारण उद्योगपति और ठेकेदारों
द्वारा श्रमिकों की छंटनी करने पर रोक नही लग पा रही है। मजदूरों को
धमकाने तथा बिना कानूनी प्रक्रिया अपनाए नौकरी से निकालने की छूट इसके
कारण उद्योगपतियों और ठेकेदारों को मिल गई है। स्थायी काम में भी
ठेकेदारी चलाई जा रही है जो कि गैर कानूनी है। केन्द्र व राज्य सरकार
चुनाव को देखते हुए मजदूरों और गरीब जनता को लुभावने सपने दिखा रही है।
श्री बागड़े ने आगे कहा कि मंहगाई का ढिंढोरा पीटने वाली छग सरकार नगरीय
निकायों और पंचायतों में काम करने वाले स्वच्छता दीदियों को पिछले चार
वर्षों से वेतन की वृद्धि नही कर पा रही है और ना ही बीमा और भविष्य निधि
का लाभ दे रही है। यही हाल चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल अस्पताल में है वहां
के पुराने कर्मचारियो को बहाल नही कर नये लोगों की भर्ती की जा रही है,
वह भी मात्र इसलिए कि नये लोग भर्ती होने के लिए उनको घूस देंगे और
पुराने लोगों से उनको घूस नही मिलेगा जबकि पुराने लोग बहुत ही अनुभवी है
फिर भी आर्थिक लाभ के लिए उनको निकालकर नये लोगों की भर्ती की जा रही है।
हमारे इस कार्यक्रम में एक्टू के राष्ट्रीय सचिव उडि़सा निवासी कामरेड
महेन्द्र परिडा सहित अन्य राज्यों व स्थानों से अनेक लोग शामिल होंगे।
पत्रकारवार्ता में पूर्व विधायक व छमुमो नेता जनकलाल ठाकुर, ए जे
कुरैशी,बंशीलाल साहू, सुकालू साहू कलादास डहरिया, रमाकांत बंजारे, बसंत
साहू, मोहम्मद अली सहित बड़ी संख्या में छमुमो के पदाधिकारी वकार्यकर्ता
मौजूद थे।

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