टोल प्लाजा में सीजी 07 के वाहनों की पासिंग फ्री करने के मामले को लेकर गरमाई रही कांग्रेस और भाजपा की सियासी राजनीति … भाजपा नेताओं ने टोल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा तो कांग्रेसियों ने टोल प्लाजा में मचाया जमकर उत्पात और की तोडफ़ोड़
कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने नही की तोडफ़ोड़, राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुचाना गलत- मुकेश चन्द्राकर
सीसीटीव्ही फुटेज और सोशल मीडिया में चल रहे विडियों के आधार पर चिन्हांकित कर तोडफोड करने वालों पर होगी कार्यवाही-एसपी सिन्हा
भिलाई। दुर्ग जिले में नेहरू नगर से अंजोरा मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा में सीजी 07 पासिंग वाहनों को फ्री करने की मांग को लेकर मंगलवार को दिन भर सियासत गर्माई रही। जहां कांग्रेस ने सीजी 07 पासिंग वाली गाडिय़ों को फ्री करने की मांग को लेकर जमकर उत्पाद मचाया और तोडफ़ोड़ की उससे पहले भाजपा के लोगों ने इसी मामले को लेकर ज्ञापन सौंपकर चलते बने, लेकिन ज्ञापन सौंपते वक्त वह टोल प्लाजा प्रबंधन को यह चेतावनी देकर गये कि यदि दुर्ग जिले के पासिंग वाहनों को फ्री नही किया गया तो भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी। मंगलवार को कांग्रेस द्वारा किये गये आंदोलन और तोडफ़ोड़ के बाद अंतत: टोल प्लाजा प्रबंधन को झुकना पड़ा और कहना पड़ा कि अभी एनएचआई से इस संबंध में कोई आदेश नही आया है फिर भी दुर्ग जिले की पासिंंग वाली गाडिय़ों (सीजी 07) को हमारी ओर से फ्री पासिंग दी जायेगी।
आज कांग्रेस और भाजपा नेताओं की सियासत गर्माई रही और गरमायेगी भी कैसे नही कुछ माह बाद छग में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। आज कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के नेतृत्व में टोल प्लाजा में अपने समर्थकों के साथ दुर्ग शिवनाथ एक्सप्रेस प्राईवेट लिमिटेड जो की टाटा कंपनी द्वारा यह टोल प्लाजा संचालित है में जमकर प्रदर्शन किया गया। साथ ही राष्ट्रीय संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया। जहां एक ओर टोल प्लाजा के कैमरे, गमले, बूम, फायर वाले सिलेण्डर, खिड़कियों के कांच सब तोड़ डाले। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील होने के बावजूद भी दुर्ग जिले की पुलिस बेबस दिखी। जिलाध्यक्ष के साथ बड़ी संख्या में यूथ कांग्रेस व एनएसयुआई के पदाधिकारी इन मांगों को लेकर दो से ढाई घंटा तक डटे रहे। दोनो तरफ ट्रकों की तीन तीन सौ से भी अधिक गाडिय़ों के पहियो जाम हो गये। जिला प्रशासन व टोल प्लाजा कंपनी शिवनाथ के मैनेजर करमकार प्रभाकर के द्वारा ये आश्वस्त किया गया कि हमें एनएचआई से कोई पत्र इस संबंध में प्राप्त नही हुआ है। लेकिन हमारी कंपनी व उनके मालिकों के निर्देशानुसार सीजी 07 पासिंग वाली गाडिय़ों को आज से फ्री कर दिया गया है, अब टोल में उनसे पैसा नही लिया जायेगा। तब जाकर कांग्रेसियों का गुस्सा शांत हुआ। और उन्होंने इसे अपनी बड़ी जीत बताई। इस संबंध मे ंमुकेश चंद्राकर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह लगातार दुर्ग कलेक्टर के माध्यम से व टोल प्लाजा के अधिकारियो को इस संबंध में दो दो तीन तीन बार पत्र दे चुके हैं और पत्राचार कर चुके हैं। उसके बावजूद भी टोल के लोगों के कान में जूं नही रेंग रही थी, आज चूूंकि जिले में चुनाव हो रहे हंै, मेरे फास्टेग खराब होने के कारण मुझे चार बार टोल टैक्स 150-150 के हिसाब से पटाना पड़ा। श्री चंद्राकर ने आगे कहा कि राजनांदगांव के टोल प्लाजा में सीजी 08 की गाडिय़ां जब कई वर्षोँ से फ्री है तो यहां क्यों नही? 23 सालों में इस टोल प्लाजा में अवैध वसूली हो रही है। हमारी मांग जब तक नही मांगी जायेगी तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। छग के सांसदों को कोई चिंता नही है, जनता से कोई उनका सरोकार नही है। छग के सांसद संसद में जाकर सिर्फ सोने का काम कर रहे हैं। हमनेे इस संबंध में स्थानीय सांसद विजय बघेल से कोई बात नही की है। श्री चंद्राकर ने आगे कहा कि तोडफ़ोड़ का काम कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नही है। स्थानीय राहगीर और आम जनता से आक्रोश में आकर तोड़ फोड़ की है। राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाना गलत बात है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं केा मैं लगातार ये बात कहते रहा कि कोई तोडफ़ोड या किसी से कोई बदसलुकी नही करेगा। वहीं टोल प्लाजा के मैनेजर श्री कर्मकार ने आगे बताया कि आम जनता ने तोडफ़ोड़ की है। क्या नुकसान हुआ है उसे चेक किया जा रहा है। संपत्ति का आंकलन करने के बाद आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करूंगा। ज्ञातव्य हो कि आज भिलाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष का एक 24 मिनट का विडियो सोशल में वायरल होता रहा जिसमें मुकेश चन्द्राकर उसमें ये कहते हुए नजर आये कि मेरा फास्टेग खराब हो गया जिसके कारण जहां फास्टेग से 75 रूपये टोल टेक्स लिया जाता है वहीं फास्टेग खराब होने पर 150 रूपये लिया जा रहा है और यहां कार्य करने वालो द्वारा वाहनधारियों से जमकर दुव्र्यहारी किया जाता है।
इस दौरान जिले के पुलिस कप्तान शलभ सिन्हा ने भी कहा कि नेशनल हाईवे टोल प्लाजा में जो तोडफ़ोड़ हुई है। उसके सीसीटीव्ही फुटेज और सोशल मीडिया में वायरल हुए विडियों फुटेज के आधार पर लोगों को चिन्हांकित करने का काम दुर्ग पुलिस कर रही है, तोडफ़ोड करने वालों बख्शा नही जायेगा। चिन्हांकित होते ही ऐसे लोगों पर पुलिसिया कार्यवाही की जायेग।
वहीं दूसरी ओर आज का दिन टोल प्लाजा में (सीजी 07 पासिंग वाहनों को लेकर) सियासी पारा गरम रहा। भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश बिचपुरिया के निर्देश पर भाजयुमों जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा, रितेश ठाकुर, विशालदीप नायर, नीरज तिवारी व महिला जिलाध्यक्ष स्वीटी कौशिक के नेतृत्व में टोल प्लाजा पहुंचकर टोल प्लाजा के मैेनेजर को भाजपा नेताओं ने भी कांग्रेस द्वारा उठाई जा रही इसी मांग को दोहराया है, और ये मांग यदि पूरी नही होती है तो भाजपा के इन नेताओं भी उग्र आंदोलन की चेतावनी टोल प्लाजा प्रबंधन को दी है। पूर्व मंत्री बी डी कुरैशी ने इस मामले में कहा कि ये पूरा मामला केन्द्र और राज्य सरकार को देखना चाहिए वही इसके जिम्मेदार है कि वे जनता को कैसे राहत दे सकते हंै।
इस मामले में अरूण वोरा ने कहा कि वर्षों से हम ये मांग कर रहे है, लेकिन टोल प्लाजा प्रबंधन ध्यान नही दे रहा है। आज इसीलिए सभी कांग्रेसी जिलाध्यक्ष मुकेश चन्द्राकर के नेतृत्व में यहां एकत्रित हुए है। वहीं महापौर धीरज बाकलीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिय व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्ग जिले में टोल प्लाजा आता है यहां सीजी 07 की पासिंग की गाडिय़ों को फ्री करना उचित होगा। टोल प्लाजा प्रबंधन तानाशाही रवैया ना अपनाये।
मुकेश चन्द्राकर के साथ आज बड़ी संख्या में नगर निगम भिलाई के पार्षद, सीजू एंथोनी, संदीप निरंकारी, लक्ष्मीपति राजू, आदित्य सिंह, अभिषेक मिश्रा, अब्दुल मन्नान, जालंधर सिंह, एनएसयुआई नेता सुमीत पवार, इरफान खान, रामानंद मौर्य, अयूब खान, दुर्गेश ताम्रकार, गौरव श्रीवास्तव, एनएसयुआई जिलाध्यक्ष गुरलीन सिंह, अतुल श्रीवास्तव, अर्जुन शर्मा, विभोर दूरगरकर, राजा गिल, मनीष तिवारी, पार्षद केशव चौबे, चन्द्रशेखर गवई, लालचंद वर्मा, राजेन्द्र साहू, सभापति दुर्ग निगम राजेश यादव, दीप सरस्वत, गिरीराव, सुनील चौधरी, महेश जयसवाल, बृजमोहन सिंह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।
पुलिस के सामने ही लोग पत्थर से खिड़कियो के कांच और गमले तोड़ते रहे और फायर सिलेंडर को सडकों पर पटक दिये और रेत से भरी बाल्टिया भी सड़कों पर फेंकी हुई नजर आई।
उधर पुलिस के एक बडे अधिकारी की माने तो उनका कहना है कि टोल प्लाजा प्रबंधन हमें लिखित शिकायत नामजद देगा और हम अपनी पुलिसिया कार्यवाही प्रारंभ करेंगे।
कांग्रेसियो की मांग तो जरूर पूरी हो गई, चेहरे पर खुशी भी देखी गई। जनता की सुविधा के लिए उन्होंने लगातार दो घंटे ताबड़तोर्ड आंदोलन करके टोल प्लाजा प्रबंधन का अंतत: झुका कर ही दम लिया लेकिन ये बात चर्चा में रही कि दोनो ही राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस और भाजपा को आखिरकार इतने सालों बात ये क्यों याद आई? दोनो ही दल अपनी अपनी वाहवाही लुटने में जुटे रहे और दोनो ने ही एक ही दिन टोल प्लाजा में धावा बोला। भाजपा कांग्रेस का ये आंदोलन जनता के बीच काफी चर्चा का विषय बना रहा। चर्चा ये रही कि भाजपा नेताओं ने टोल प्लाजा प्रबध्ंान को ज्ञापन देकर चलते बने वहीं कांग्रेस के नेताओं ने दो घंटे तक ऐसा उत्पाद मचाया कि टोल प्लाजा प्रबंधन कांग्रेस नेताओं के सामने नतमस्क हो गया जिसे कांग्रेसी अपनी बड़ी जीत बता रहे है। सियासी राजनीति की बात करें तो जहां प्रदेश में भूपेश की सरकार है वहीं टोल प्लाजा केन्द्र के मोदी सरकार के अधीन है।