November 19, 2024

13 जुलाई को लॉन्च हो सकता है चंद्रयान-3

नई दिल्ली : चंद्रयान-3 की तैयारी इसरों में जोरो से चल रही है। करीब 3 साल के इंतजार के बाद स्पेसशिप शिप चंद्रमा के लिए उड़ान भरने का तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 13 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा सेंटर से दोपहर 2:30 बजे चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जाएगा। देश के इस सबसे हैवी लॉन्च व्हीकल को ‘बाहुबली’ नाम से भी जाना जाता है। चंद्रयान-3 अगर इस बार चंद्रमा पर लैंडिंग करने में सफल रहता है तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा। लॉन्चिंग के लिए जिस रॉकेट का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसका नाम जीएसएलवी-एमके3 है।

इसरो ने ट्वीट कर जानकारी दी, ”आज श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में चंद्रयान-3 वाली इनकैप्सुलेटेड असेंबली को LVM3 के साथ जोड़ा गया है।” इस घटनाक्रम की कुछ तस्वीरें और एक वीडियो भी सामने आया है।

इससे पहले चंद्रयान-2 मिशन को 22 जुलाई 2019 को लॉन्च किया गया था। करीब 2 महीने बाद 7 सितंबर 2019 को चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने की कोशिश कर रहा विक्रम लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसके बाद से ही भारत चंद्रयान-3 मिशन की तैयारी कर रहा है।

You may have missed

लाल सागर से गुजर रहे जहाजों पर दो दिन में दो मिसाइल अटैक: यूकेएमटीओ अदन, । यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) के अनुसार, एक वाणिज्यिक जहाज ने यमन के बंदरगाह शहर अदन से लगभग 60 समुद्री मील दक्षिण-पूर्व में अपने इलाके के नजदीक जलक्षेत्र में मिसाइल अटैक की सूचना दी। यह जहाज से जुड़ी दो दिनों में हुई ऐसी दूसरी घटना है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने यूकेएमटीओ के हवाले से बताया कि इस हमले में कोई भी जान माल की हानि नहीं हुई है और चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। यह रविवार को इसी तरह की घटना के बाद हुआ है, जब यमन के मोखा से लगभग 25 समुद्री मील पश्चिम में लाल सागर से गुजरते समय इसी जहाज ने मिसाइल गिरने की सूचना दी थी। यह घटना क्षेत्र के महत्वपूर्ण समुद्री गलियारों में चल रहे तनाव के बीच हुई है, जो अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक शिपिंग के लिहाज से काफी अहम माना जाता है। अभी तक किसी भी समूह ने दोनों घटनाओं की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि हूती विद्रोही इस इलाके में ऐसी वारदातों को अंजाम पहुंचाते रहे हैं, लेकिन उन्होंने इन हालिया घटनाओं पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। नवंबर 2023 से, हूती इन जलक्षेत्रों में “इजरायल से संबंधित” जहाजों को निशाना बना रहा है। समूह फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता का दावा करता है। जवाब में, वहां तैनात अमेरिकी और ब्रिटिश नौसैनिक गठबंधन बलों ने समूह को रोकने के लिए जनवरी से हूती ठिकानों पर नियमित हवाई हमले और मिसाइल हमले किए हैं।