छत्तीसगढ़ के 45000 संविदा कर्मचारियों ने एक साथ दिया इस्तीफा
चुनाव आते ही कर्मचारियों का अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करना कोई नई बात नहीं है। पिछले चुनाव से पहले भी ऐसा ही माहौल देखने को मिला था। लेकिन चुनाव से पहले आंदोलनरत कर्मचारियों का सामूहिक इस्तीफा पहली बार देखने को मिल रहा है। जी हां राजधानी रायपुर में अनियमित कर्मचारी लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अब मांगें पूरी नहीं होने पर अनियमित कर्मचारी सामूहिक तौर पर अपना इस्तीफा सौंप रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 28 जिलों में कर्मचारियों ने अपने इस्तीफे अलग-अलग जिलों में जिला प्रशासन को सौंप दिए हैं। इसके बाद अब 15 जुलाई को रायपुर के तूता धरना स्थल में इस्तीफे का बंडल सरकार को सौंप दिए जाएंगे, कर्मचारी लगातार वादाखिलाफी सहते आ रहे हैं। हमारी प्रमुख मांग नियमितीकरण है, जिसका वादा चुनाव से पहले सरकार ने किया था।
वहीं, दूसरी ओर अनियमित कर्मचारियों को अब भाजपा का समर्थन मिल गया है। इतना ही नहीं पूर्व सीएम रमन सिंह ने तो यहां तक ऐलान कर दिया है कि अगर भाजपा विधानसभा चुनाव में जीतकर आती है तो उनकी सरकार अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण करेगी। इसके साथ ही रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर अनियमित कर्मचारियों से वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया है।