November 20, 2024

सोनिया, ममता या अरविंद केजरीवाल? जानिए किसने दिया गठबंधन का नाम ‘INDIA’ रखने का प्रस्ताव

नई दिल्ली: 2024 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए विपक्ष एकजुट होने के प्रयास में लगा है। इसी क्रम में बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को कांग्रेस ने विपक्षी दलों की बड़ी बैठक बुलाई थी। इस मीटिंग में 26 दलों के नेता सम्मिलित हुए। बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बन रहे इस विपक्षी गठबंधन को I.N.D.I.A मतलब इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलायंस नाम दिया गया। विशेष बात ये है कि गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखने में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं राहुल गांधी का महत्वपूर्ण किरदार रहा।  

सूत्रों के अनुसार, बैठक में विपक्षी गठबंधन का नाम TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने सुझाया। राहुल गांधी ने इस पर समर्थन दिया। हालांकि, इसके पश्चात् I.N.D.I.A के फुल फॉर्म पर चर्चा हुई तथा इसका फुलफॉर्म इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलायंस तय किया गया। गठबंधन का नाम तय होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह एक सामूहिक प्रयास था। मुझे नहीं लगता कि हम इसका कोई श्रेय ले रहे हैं, मगर हां, यह विचार राहुल गांधी की ओर से आया था। सूत्रों के अनुसार, बैठक में नीतीश कुमार ने INDIA नाम पर कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि इस नाम का क्या मतलब है? कहा जा रहा है कि नीतीश की आपत्ति अंग्रेजी में नाम को लेकर थी। इतना ही नहीं कहा ये भी जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से गठबंधन के नाम पर भी कोई चर्चा नहीं की गई, ऐसे में नीतीश इससे भी परेशान हैं। 

रिपोर्ट के अनुसार, सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में नीतीश कुमार की अभी तक अहम भूमिका रही है। मगर कांग्रेस ने जिस प्रकार से गठबंधन को हाईजैक किया, उससे जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रिय जनता दल नेताओं में नाराजगी है। इतना ही नहीं नीतीश कुमार, लालू यादव एवं तेजस्वी यादव बैठक के पश्चात् हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी सम्मिलित नहीं हुए। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि नीतीश कुमार नाराज होकर बेंगलुरु से लौट आए। हालांकि, गठबंधन के नेताओं की तरफ से बताया गया कि नीतीश, लालू और तेजस्वी को फ्लाइट पकड़नी थी। इसलिए वे जल्दी लौट आए। गठबंधन की अगली बैठक मुंबई में हो सकती है। बेंगलुरु बैठक में सुझाव दिया गया है कि गठबंधन का एक चेयरपर्सन (संयोजक) होना चाहिए। कहा जा रहा है कि इस मुद्दे पर मुंबई में चर्चा होगी तथा एक नाम पर मुहर लगेगी।