June 4, 2025

आकार बदलता है इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग ? जानें लिंगेश्वर महादेव का रहस्य

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जांजगीर चाम्पा. भगवान लिंगेश्वर एक ऐसा शिवलिंग है जो सभी शिवलिंगो में सबसे बड़ा और विशाल है. अपनी आकर के अनुरूप ही लिंगेश्वर महादेव की महिमा भी अपार है. जो अपने भक्तों की हर समय रक्षा करते है. छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले में लिंगेश्वर नगरी कहे जाने नवागढ़ में लिंगेश्वर महादेव मंदिर स्थित है. यहां भगवान शिव का एक ऐसा शिवलिंग है जो धरती को चीरकर प्रकट हुआ है, इस शिबलिंग का आकर समय समय पर बदलते रहता है.

नवागढ़ में वैसे तो यहां हर समय भक्तों की भीड़ होती है लेकिन सावन के महीनों में यहां भक्तों की ज्यादा भीड़ रहती है. यहां महाशिवरात्रि और सावन मास में मेला का आयोजन भी होता है. जहां श्रद्धालु लिंगेश्वर महादेव का दर्शन कर मेले का आनंद लेते है. यहां दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु बताते हैं कि भगवान भोलेनाथ के इस लिंगेश्वर शिवलिंग का ऐसा स्वरूप जिसके दर्शन मात्र से ही मन शांत हो जाता है

तालाब के किनारे हुई थी शिवलिंग की उत्पति
यहां के महराज ने बताया की नवागढ़ में भगवान महादेव लिंगेश्वर का मंदिर है. यहां भगवान लिंगेश्वर का एक ऐसा शिवलिंग है जो सभी शिवलिंगो में सबसे बड़ा और विशाल है. अपनी आकर के अनुरूप ही लिंगेश्वर महादेव की महिमा भी अपार है. इस शिवलिंग का आकार समय के साथ धीरे- धीरे बढ़ते जा रहा है. जो अपने भक्तों की हर समय रक्षा करता है और साथ ही मनोकामना पूरी करते है. उन्होनें बताया की इस मंदिर के इतिहास के बारे में तो कोई लिखित जानकारी नहीं मिलती लेकिन इस रहस्मयी शिवलिंग के उत्पत्ति के बारे में ऐसा माना जाता है कि पास में स्थित तालाब के किनारे ही शिवलिंग की उत्पत्ति हुआ है. तबसे ही इस शिवलिंग लिंगेश्वर महादेव के दर्शन करने श्रद्धालु आते है.

70 साल पहले बना था मंदिर
पुजारी ने बताया कि इस मंदिर को करीब 70 साल पहले बनाया गया था. अभी इस मंदिर परिसर को विकसित किया जा रहा है. मन्दिर परिसर में एक विशाल पीपल का वृक्ष है, जिसके नीचे हनुमानजी विराजे है. साथ ही शिवजी का अर्धनारीश्वर के रुप में बड़ी प्रतिमा बनी हुई है.

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