संकल्प शिविर के बहाने वैतरणी पार लगाने पंडरिया आ रहे है मुख्यमंत्री
कवर्धा , छत्तीसगढ विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही अपनी कुर्सी बचाने के लिए तरह तरह का आयोजन किया जाता हैं । पूर्ववर्ती भाजपा सरकार विकास यात्रा के बहाने लोगो से मेल मुलाकात करते थे वही वर्तमान सत्ता में विराजमान कांग्रेस के तेज तर्रार मुख्यमंत्री भी कही भरोसे के सम्मेलन , तो कही पर संकल्प शिविर के बहाने चुनावी नैया पार लगाने के सभा का आयोजन कर रहे है । 11 सितम्बर सोमवार को पंडरिया विधान सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज सहित कांग्रेस के आला नेता आ रहे है जहा पर विधायक ममता चंद्राकर के कार्यशैली के चलते पंडरिया विधान सभा सीट कांग्रेस के हाथो से खिसकती नजर आ रहा है जिसे बचाने और जिताऊ प्रत्यासी चयन करने संकल्प शिविर के बहाने आ रहे है । साथ ही नाखुश नेता को साधने का प्रयास किया जाएगा और कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का गुरु मंत्र भी दिया जा सकता है ।
विधायक के कार्यशैली के चलते दावेदारों की लंबी कतार
विधान सभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की घोषणा पत्र और चुनावी वादों के चलते पंडरिया विधानसभा 71 से प्रथम महिला विधायक ममता चंद्राकर ने लगभग छत्तीस हजार वोट से जीत हासिल किया था लेकिन उनकी कार्यशैली लोगो और कार्यकर्ताओं को रास नही आ रहा है जिसके चलते आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश कर रहे है । छत्तीसगढ विधान सभा चुनाव 2023 के टिकट वितरण के लिए बनाए गए नियमो के अनुरूप पंडरिया विधानसभा 71 में लगभग 55 कांग्रेस के समर्पित और निष्ठवानो ने अपनी दावेदारी पेश किए है । जिसमे से किसी को ही पार्टी टिकट देगा ।
संकल्प शिविर से क्या वैतरणी पार लगेगी
पंडरिया विधानसभा के प्रथम महिला विधायक ममता चंद्राकर के काम काज को लेकर लोगो में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है । महिला विधायक होने के कारण सत्ता और संगठन में तालमेल बैठाने में सफल नही दिखाई पड़ी जिसके चलते गुटबाजी खुलकर सामने आया । विधायक को संगठन के नेताओं के सामने कई बार महत्व नही दिया गया जो मीडिया और सोसल मीडिया में भी खूब वायरल हुआ । जिसके चलते विधायक को लेकर लोगो में तरह तरह की चर्चाएं होती रही । उसी वजह से उन्ही टिकट नहीं मिलने की संभावनाएं दिखाई पड़ रही हैं ।
सरपंच,पार्षद जिला पंचायत सदस्य सहित कई दावेदार
कबीरधाम जिला में दो विधान सभा पंडरिया 71 और कवर्धा 72 आता है । वर्तमान में दोनो सीट कांग्रेस के हाथो में है। कवर्धा में वन मंत्री अकबर भाई विधायक है । उनका टिकट कटने का कोई संभावना दिखाई नही दे रहा है जिसके चलते जिला भर के कांग्रेस कार्यकर्ता पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश कर रहे है। दावेदारों में वार्ड पार्षद, सरपंच ,जिला पंचायत सदस्य सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल है । सूत्रों की माने तो पैनल में सबसे उपर विधायक ममता चंद्राकर का नाम है । यदि हाइकामन गहन विचार करते है तो उनके कार्यशैली को लेकर उनका टिकट काट सकते है । कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष नीलकंठ (नीलू) चंद्रवंशी भी पिछले विधानसभा चुनाव से सक्रिय नजर आ रहे है लेकिन उनका मूल व्यवसाय ठेकेदारी है और उनके परिवार के लोगो के नाम से भोरमदेव अभ्यारण्य क्षेत्र में अवैध क्रेशर मशीन संचालित था जिस पर लोगो की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए सिल कर , जुर्माना वसूला गया था और वर्तमान में बंद पड़ा है जिसके चलते उनकी छवि घुमिल हुई है । पूर्व जनपद पंचायत पंडरिया अध्यक्ष तथा कांग्रेस के तेज तर्रार नेता अर्जुन तिवारी भी पिछले विधान सभा चुनाव के समय से मजबूती के साथ दौर में शामिल हैं। हाल ही में अर्जुन तिवारी के द्वारा पंडरिया विधानसभा के रणविरपुर में भरोसे का सम्मेलन आयोजित किया गया था जो सफल कार्यक्रम भी था । यदि उन्हें कांग्रेस पार्टी प्रत्यासी घोषित करता है तो जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल कर सकते है। इनके अलावा पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य महेश चंद्रवंशी ने लोगो की समस्याओं को निदान करते हुए विकास कार्य भी काफी मात्रा में स्वीकृत कराए है , युवा नेता आनंद सिंह, विष्णु साहू , पूर्व विधानसभा प्रत्यासी लाल जी चंद्रवंशी प्रमुख रूप से दावेदारी कर रहे है ।