चुनाव से पूर्व इनर लाइन परमिट परमिट पर ध्यान आकर्षित करने भाजपा से मिला सर्व आदिवासी समाज
कोंडागांव– भाजपा के परिवर्तन यात्रा के दौरान गुनाहों के सर्किट हाउस में गुरुवार 14 सितंबर को सर्व आदिवासी समाज के द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सोपा गया उक्त मामले पर जानकारी देते सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष बंगाराम सॉरी ने बताया कि बस्तर में इन दीनों छद्म वेष में धर्म व जाति बदलकर दूसरे देश व प्रांत से विशेष धर्म को मानने वाले फेरी, व्यापारी के रूप आ रहे हैं जिनकी जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है जो कि 5 अनुसूची क्षेत्र के लिए गंभीर चिन्ता का विषय है कि यहाँ की भोले-भाले आदिवसी लड़कियों को माया जाल में फंसाकर उनके नाम से आदिवासियों के जमीन का क्रय विक्रय का जाल उत्तर से दक्षिण बस्तर के कोने कोने तक फैल चुका है जो इनके अर्थतंत्र का मुख्य स्रोत है, जो इनर लाइन परमिट से रूक सकता है बंगाराम ने कहा कि उन्होंने भाजपा को ज्ञापन सोपा है की क्या आपकी सरकार आने से बस्तर में उक्त गंभीर मामलों पर किस प्रकार की कार्यवाही करेगी। बस्तर पांचवी अनुसूचित क्षेत्र है इस क्षेत्र में आजादी के इतने वर्षों के बाद भी बस्तर के अंतिम गांव तक शिक्षा, स्वास्थ्य का उचित व्यवस्था ही नहीं हुआ है तो क्या यहां के युवा बेरोजगार की तुलना सामान्य अन्य क्षेत्र से करते हुए स्थानीय भर्ती को समाप्त करना उचित है। क्या आपके सरकार की सत्ता वापसी होने से स्थानीय भर्ती बहाल करेगी।बस्तर संभाग 5वीं अनुसूची क्षेत्र के जल जंगल और जमीन की सुरक्षा के लिए बनाया गया पेशा कानून 1996 को मध्यप्रदेश के तर्ज पर बिना संसोधन के लागू करेंगे।
छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है यहां आपकी सरकार ने 32% आरक्षण लागू किया था जो कि वर्तमान में इसकी आस्थिरता बनी हुई है कि आपकी सरकार बनने पर 32% आरक्षण यथावत रखा जायेगा एवं नक्सली समस्या बस्तर संभाग की बहुत बड़ी समस्या है क्या आपकी सरकार बनने पर इस समस्या का स्थायी समाधान, बस्तरवासियों के हित में किया जाएगा। उक्त मामलों को लेकर आज सर्व आदिवासी समाज ने भाजपा को ज्ञापन देते मामलों पर ध्यान आकर्षित किया है