November 20, 2024

कांग्रेस नेता ज्ञानचंद ने बीएसपी के ईडी को लिखा पत्र… सामाजिक धार्मिक व व्यवसायिक संस्थान फैला रहे है गंदगी… डस्टबीन रखने बीएसपी दे उन्हें निर्देश

भिलाई । अधिशासी निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन भिलाई इस्पात संयंत्र को पत्र लिखकर ज्ञानचंद जैन ने कहा है कि सामाजिक धार्मिक एवं व्यवसायिक संस्थानों को सामाजिक ,धार्मिक, व्यावसायिक कार्यों के लिए निर्देश जारी कर सामाजिक , सांस्कृतिक एवं वैवाहिक गतिविधियों के संचालन पर स्थल पर डस्ट-बिन रखने हेतु आबंटित मालिकों को निर्देश दिए जाने का आग्रह कांग्रेस नेता ज्ञानचंद ने भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से किया है ।

ज्ञानचंद जैन ने कहा है कि इन संस्थाओं के द्वारा वृहद स्तर पर किए जाने वाले कार्यक्रमों में भोजन की व्यवस्था की जाती है जहां भारी मात्रा में कूडा-कचरा भी एकत्र होता है संबंधित संस्थान अथवा टेंट संचालक के द्वारा उसे कचरे को सड़क के किनारे फेंक दिया जाता है जिसके कारण गंदगी का साम्राज्य शहर में तेजी से बढ़ रहा है एक और स्वच्छ भिलाई का नारा देकर शहर को साफ सुथरा रखने की व्यवस्था प्रशासन कर रहा है क्यों नहीं ऐसे सभी संस्थाओं को कड़े पत्र जारी किए जाएं कि जब भी ऐसी कोई आयोजन हो तो कचरे को एकत्र कर कचरा उठाने वाले वाहन में डालने के लिए अपनी व्यवस्था रखें ताकि शहर को गंदगी मुक्त बनाने के प्रबंधन के सपने को हम सरकार कर सके।

जैन ने भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को लिखे पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि कचरा उठाने वाली एजेंसी के कामगार प्लास्टिक बिनने में तल्लीन हो जाते हैं और कचरा उठाने से अपना ध्यान हटा देते हैं नगर सेवा विभाग के अधिकारियों का ध्यान एवं निरीक्षण समय पर नहीं होने के कारण स्थल पर कचरा पड़ा रहता है और प्लास्टिक उठा कर ले जाते हैं । कृपया इस दिशा में भी प्रबंधन को ध्यान देना जाना चाहिए ।

कांग्रेस नेता ज्ञानचंद जैन ने जब नगर सेवा विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस और आकृष्ट कराया तब जानकारी मिली की नगर सेवा विभाग के अधिकारियों को जुर्माना लगाने का अधिकार नहीं है यह अधिकार नगर निगम के पास सुरक्षित है ।

जैन ने आयुक्त नगर पालिका निगम से भी कहा है कि उपरोक्त संदर्भ में या तो स्वयं दिशा निर्देश जारी करे शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी निभाये अथवा भिलाई इस्पात संयंत्र को जुर्माना वसूलकर नगर निगम में जमा करने के लिए अधिकृत करें ताकि शहर की स्वच्छता पर कड़ाई से पहल की जा सके।