ईसाई मतांतरित महिला के शव को दफनाने खैरझिटी में विवाद
पुलिस के साथ हुई झूमाझटकी, मोहंदी में दफनाया शव को
धमतरी । ईसाई मतांतरित महिला के शव को गांव के श्मशानघाट में दफनाने का ग्रामीण, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने जमकर विरोध किया। इस दौरान पुलिस के साथ झूमाझटकी भी हुई। गांव में घंटों तनाव की स्थिति रहा। पुलिस जवान व अधिकारी तैनात रहे। विरोध के बीच शाम को महिला के शव को ईसाई मतांतरित स्थल पर दूसरे गांव में दफनाया गया। इसके बाद ही गांव में माहौल फिलहाल शांत है, लेकिन पुलिस जवानों की तैनाती बनी हुई है।
धमतरी जिला अंतर्गत मगरलोड ब्लाक के ग्राम खैरझिटी में 19 सितंबर को ईसाई मतांतरित एक 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। मृतिका के परिवार, स्वजन व ईसाई मतांतरित अन्य परिवार के लोग शव को श्मशानघाट में दफनाने ले जा रहे थे, इसका ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। वहीं बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की भीड़ भी वहां विरोध करने पहुंच गए। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। घटना की खबर पाकर मगरलोड पुलिस व जिला पुलिस के जवान बड़ी संख्या में वहां पहुंचे। विरोध के दौरान पुलिस व बजरंग दल , विश्व हिंदू परिषद और ग्रामीणों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। किसी भी शर्त में शव को दफनाने नहीं देने ग्रामीण व दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की भीड़ अड़ गए। इससे गांव में माहौल खराब होने लगा। यहां घंटों तनाव की स्थिति बनी रही।मृतिका के घर अन्य मतांतरित लोग भी बैठै हुए थे। काफी विरोध और हंगामा के बाद पुलिस सुरक्षा के बीच महिला के शव को शव वाहन में शाम को ग्राम मोहंदी के मतांतरितों के दफनाने के लिए चिन्हांकित स्थल पर ले गए और शव दफनाया गया। इसके बाद ही गांव में माहौल शांत हुआ, लेकिन अनहोनी की आशंका को देखते हुए यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे। ग्रामीणों ने बताया है कि मृतिका साहू समाज की है, जो पिछले 10 सालों से ईसाई मतांतरित हो गया है, ऐसे में यह परिवार ईसाई मतांतरित परिवार है, इसलिए गांव के श्मशानघाट में शव को दफनाने का विरोध किया गया।
अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्षों में विवाद
मगरलोड ब्लाक के ग्राम खैरझिटी में एक मृत महिला के शव को दफनाने की बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान गांव में माहौल खराब हो गया था, जहां सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। विरोध के कारण महिला के शव को दूसरे गांव मोहंदी में दफनाया गया, इसके बाद से गांव में शांति है। हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात है।
-चंद्रकांत साहू, थाना प्रभारी मगरलोड