कांग्रेस सरकार के कान में कब सुनाई देगी छत्तीसगढ़ की बेटियों की चीख- दीपेश अरोरा
कोंडागाँव कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को मध्यप्रदेश में एक बेटी के साथ हुई दुर्भाग्यजनक घटना दिखाई देती है लेकिन छत्तीसगढ़ में नवमीं में पढ़ने वाली बच्ची से बलात्कार के बारे में चुप्पी साध लिया । भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कांग्रेस नेताओं से सवाल किया है कि छत्तीसगढ़ की दुष्कर्म पीड़ित बेटियों की चीख उन्हें क्यों सुनाई नही देतीं ? छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए खड़गे जी भाजपा शासन में क्या हो रहा इसकी जानकारी तो रखते हैं लेकिन जिस राज्य से बयान दे रहे हैं वहां की स्थिति उन्हें मालूम नहीं है या यहां की की बेटियों, बहनों, बुजुर्ग महतारियों की तकलीफों से उन्हें कोई लेना देना नहीं है । राजधानी के करीब धरसीवां में पांच साल की बच्ची से बलात्कार होता है, लेकिन कांग्रेस के नेता चुप हैं । उन्हें सुकमा के पोटा केबिन में नन्हीं बच्ची की पीड़ा का एहसास नहीं है, आरंग के पास राखी के दिन एक बहन के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर आंख बंद कर रखी है।
राहुल गांधी ने दुष्कर्म के एक मामले में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को गुनाहगार बता दिया तो वह खड़गे जी को सुनाई दे गया। गांधी परिवार जो कहे, उसे दोहराना खड़गे जी का मुख्य कर्म है। नित्य कर्म है । रोज ही उन्हें गांधी परिवार के वचनों का भजन गाना ही पड़ता है । न जाने कब केसरी जी की गति को प्राप्त हो जाएं, इसलिए उतना ही सुनते हैं, जितना राहुल, सोनिया, प्रियंका बोलें। उतना ही कहते हैं, जितना गांधी परिवार कहता है।
दीपेश अरोरा ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बहिन प्रियंका तो युवा हैं। उन्हें तो छत्तीसगढ़ की मासूम बच्चियों से लेकर उम्रदराज माताओं तक की चीख सुनाई पड़नी चाहिए। कमाल है कि इनके करुणामयी नेत्रों में न तो छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की हकीकत दिखाई देती है और न ही बेटियों की चीखें इनके कान में प्रवेश करती हैं। कारण यह है कि आंखों पर एटीएम की पट्टी बंधी हुई है और कानों में रुई घुसी हुई है। ये छत्तीसगढ़ में मां बहिन बेटियों के साथ हर रोज हो रहे दुष्कर्म के खिलाफ कुछ बोलने की हिम्मत नहीं करते। कारण यह है कि मुंह पर सोने का ताला जड़ दिया गया है।
मध्यप्रदेश की घटना राहुल गांधी को भारत माता के हृदय पर आघात लगती है और छत्तीसगढ़ महतारी की बेटियों की अस्मिता पर कांग्रेस राज में जो वज्राघात हो रहा है, वह उन्हें क्या लगता है, यह छत्तीसगढ़ महतारी की संतानें पूछ रही है । राहुल, प्रियंका, खड़गे बताएं कि इन दुष्कर्म के लिए छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को गुनाहगार कब कहेंगे ? जिस दिन प्रियंका गांधी आईं, उस दिन राजधानी में एडिशनल एसपी के दफ्तर की पार्किंग में मासूम बच्ची से रेप हुआ । रक्षाबंधन पर बेटियों के साथ रेप हुआ, शिक्षक दिवस पर शिक्षिका के साथ गैंगरेप हुआ। पोटाकेबिन में छह साल की बच्ची से रेप हुआ। खड़गे, राहुल प्रियंका को छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर बढ़े अपराध के आंकड़े दिखाई नहीं दे सकते क्योंकि यह इनकी मजबूरी है। कांग्रेस का खर्चा लेना है तो भूपेश बघेल को सारी छूट देना है। लेकिन छत्तीसगढ़ की बेटियों, बहनों और महतारियों के धैर्य का बांध अब टूट गया है। वे कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने हुंकार भर रही हैं।