हथबंद में छत्तीसगढ़ और अंबिकापुर एक्सप्रेस तथा निपनिया में टाटा इतवारी एक्सप्रेस का पुनः ठहराव बाबत विधायक शिवरतन ने लिखा पत्र
भाटापारा:_ छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर रेल संभाग के छोटे स्टेशनों पर अभी तक उन ट्रेनों का स्टॉपेज नही हो पाया है,जिनका ठहराव कोरोना कॉल से पहले था।आज दो साल बाद भी ट्रेनों का स्टॉपेज पुनः नही होने पर विधायक और प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने
हथबंद,निपनिया स्टेशन पर पूर्व में रुकने वाली ट्रेनों का ठहराव देने रेल मंत्री को पत्र भेजा है।
विदित हो की रायपुर रेल डिविजन के हथबंद रेलवे स्टेशन पर कोरोना कॉल से पहले 18237_18238 बिलासपुर अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस और 18241_18242 दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस का स्टॉपेज था।ट्रेन का ठहराव होने से उक्त क्षेत्र के लोगो को एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा करने और उक्त ट्रेन से किसी अन्य सुपर फास्ट ट्रेन को पकड़ने में सहूलियत महसूस होती थी। कोरॉना काल के समय पूरे देश में रेल यातायात बंद हो गया था और जैसे ही स्थिति में सुधार आता गया, ट्रेनें अपने समय अनुसार वापस पटरी पर आ गई और अपने पूर्व निर्धारित समय और स्टॉपेज पर चालू हो गई,लेकिन दुर्भाग की बात है की रायपुर रेल संभाग के हथबंद रेलवे स्टेशन पर अब तक 18237_18238 बिलासपुर अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस और 18241_18242 दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस का स्टॉपेज नही हो पाया है।उसी तरह रायपुर रेल संभाग के और जिले के प्रमुख स्टेशन निपनिया रेलवे स्टेशन पर 18109_18110 टाटा इतवारी एक्सप्रेस का कोरोना कॉल के बाद से अब तक स्टॉपेज नही हुआ है, जबकि उक्त ट्रेन कोरोना कॉल के पहले नियमित रूप से निपनिया रेलवे स्टेशन में रुका करती थी।इस ट्रेन के निपनिया में रुकने से रात्रि में भाटापारा तिल्दा रायपुर गोंदिया जाने वाले यात्रियों को सीधा फायदा होता था जिससे रेलवे को भी आमदनी होती थी,अब तक टाटा इतवारी एक्सप्रेस का ठहराव पुनः चालू नही होने पर क्षेत्र वासियों में नाराजगी थी। क्षेत्र के विधायक और छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने जनता के हितों का ध्यान रखते हुए रेल मंत्री को पत्र लिखते हुए
18237_18238 बिलासपुर अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस और 18241_18242 दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस का
हथबंद रेलवे स्टेशन पर तथा
18109_18110 टाटा इतवारी एक्सप्रेस का निपनिया रेलवे स्टेशन पर शीघ्र स्टॉपेज देने की मांग की है उन्होंने पत्र में बताया की उक्त ट्रेनें कोरोना कॉल के पहले उन स्टेशनों पर रुका करती थी और अब उक्त ट्रेनों का पुनः ठहराव आवश्यक हो गया है,ताकि ट्रेनों का लाभ अंचल के ग्रामीण जन ले सके।