इजरायल में इन 14 भारतीय कंपनियों का बड़ा कारोबार, युद्ध के बाद अब क्या होगा?
इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग से दलाल स्ट्रीज समेत दुनियाभर के शेयर बाजार में उठा-पटक की स्थिति बनी हुई है. हालांकि सोमवार की गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को तेजी देखी गई. इस संघर्ष के बीच इजरायल में काम करने वाली भारतीय कंपनियों पर ध्यान जाना स्वभाविक है. इजरायल में हाइफा पोर्ट का मालिकाना हक रखने वाली अडानी पोर्ट्स के शेयर में सोमवार को गिरावट आई.
इसके अलावा इजरायल की टैरो फार्मास्युटिकल में बहुलांश हिस्सेदारी रखने वाली सन फार्मास्युटिकल के शेयर करीब 2% गिर गए. जेनेरिक दवा निर्माता डॉ. रेड्डीज और ल्यूपिन भी तेल अवीव स्थित टेवा फार्मास्युटिकल (Teva Pharmaceutical) किसी संभावित असर के कारण निवेशक इस पर भी नजर बनाए हुए हैं.
ब्लूमबर्ग के डाटा के अनुसार खनन कंपनी एनएमडीसी (NMDC) और ज्वैलर्स कल्याण ज्वैलर्स (Jewelers Kalyan Jewellers) और टाइटन का इजरायली कनेक्शन है. इसके अलावा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), विप्रो, टेक महिंद्रा और इंफोसिस जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों के अलावा, एसबीआई (SBI) और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) का भी इजरायल में कारोबार है.
इन 14 भारतीय शेयर के अलावा मध्य पूर्व में संघर्ष का ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर निगेटिव असर पड़ रहा है. दरअसल, रिटेल विक्रेताओं को इस साल विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले क्रूड ऑयल की कीमत में बढ़ोतरी का सामना करने में मुश्किल होगी.
रेलवे स्टॉक इरकॉन, ज्यूपिटर वैगन्स, आरवीएनएल (RVNL) और आईआरएफसी (IRFC) जैसे रेलवे शेयर में करीब 5-6% की गिरावट आई. यह जंग भारत की भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण की योजना को प्रभावित कर सकती है, इस बारे में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान आम सहमति बनी थी. शिपिंग कॉर्पोरेशन के शेयर में भी करीब 5% की गिरावट दर्ज की गई.