बिरनपुर हिंसा पर फिर सुलगी सियासत.. अमित शाह ने ‘पूछा भुवनेश्वर साहू को न्याय मिलना चाहिए या नहीं?’
राजनांदगाव: डॉ रमन सिंह के नामांकन दाखिले के सिलसिले में राजनांदगाव पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीधे तौर पर राज्य की भूपेश सरकार को निशाने पर लिया और भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण जैसे मसलों पर जमकर कोसा। इस दौरान अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों घटित सांप्रदायिक हिंसा का भी जिक्र किया। उन्होंने सीधे तौर पर बिरनपुर में सामने आये कम्युनल वायलेंस के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया।
भुवनेश्वर की हुई लिंचिंग
अमित शाह ने बिरनपुर हिंसा में मारे गये भुवनेश्वर साहू का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर साहू की हत्या लिंचिंग करके की गई थी। उन्होंने सभा में आएं लोगों से पूछा कि क्या भुवनेश्वर को न्याय मिलना या नहीं मिलना चाहिए?
कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण भुनेश्वर साहू की हत्या हुई।
राज्य सरकार से माँगा हिसाब
अमित शाह ने कहा कि भूपेश बघेल 5 साल का हिसाब दीजिए। आप विकास का हिसाब किताब नहीं कर सकते, सिर्फ ताम्रध्वज साहू और बाबा साहब से हिसाब कर सकते हो। 15 साल में खाद्य और पोषण सुरक्षा देने वाला पहला राज्य, कौशल विकास का अधिकार देने वाला सबसे पहला राज्य, डेढ़ सौ दिन तक रोजगार देने वाला सबसे पहला राज्य बना। महिला मजदूरों को सबसे पहले 1 दिन का अवकाश देने वाला पहला राज्य बना, माताओं बहनों को 50 प्रतिशत आरक्षण देने वाला पहला राज्य बना। बीमारू राज्य से हमने इसे एजुकेशन हब, स्पात हब बनाया। यहां हेल्थ सेक्टर में भी हमने खड़ा किया। लेकिन आपने सिर्फ भ्रष्टाचार किया, तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया।
केंद्र ने भरी झोली
अमित शाह ने कहा है कि भूपेश बघेल की पार्टी की 2004 से 14 तक केंद्र में रही सरकार ने छत्तीसगढ़ को क्या दिया, केवल 77 हजार करोड़ दिए हैं। पीएम मोदी ने 2014 से 2023 में 3 लाख 1 हजार करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ को भेजने का काम किया। मै आज यही कहने आया हूं कि 350 वादे तो भूल गए, लेकिन छत्तीसगढ़ का पैसा दिल्ली पहुंचाने का काम इन्होंने किया है। भुवनेश्वर साहू को जिस सरकार में रौंद-रौंदकर मार डाला, क्या ऐसी सरकार को जनता वोट देगी?
अमित शाह ने जहां सुबह कांग्रेस पर आरोप लगाएं तो वही शाम ढलते कांग्रेस ने भी उनके सवालों का जवाबा देते हुए पलटवार किया। कांग्रेस ने कहा कि अमित शाह ने छत्तीसगढ़ का अपमान किया है।
अमित शाह ने राजनांदगांव की धरती से सांप्रदायिक तनाव को फैलाने का कुत्सित प्रयास किया, अमित शाह का आज का भाषण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, चुनाव आयोग को इस पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए, कांग्रेस भी इसपर शिकायत दर्ज कराएगी। कांग्रेस ने कहा अमित शाह भी भाजपा के अन्य नेताओं की तरह ईडी के रट्टू तोते की तरह एक बार फिर ईडी की लिखी पटकथा पढ़ कर चले गए। केंद्र सरकार ने हमसे 86 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदने का MOU किया था लेकिन उसे घटा कर 61 लाख मीट्रिक टन कर दिया, कर्नाटक को चावल देने की बात पर मोदी सरकार ने अपने हाथ खड़े कर दिए लेकिन हमसे चावल नहीं खरीदेंगे।
कांग्रेस ने अपने पीसी में भाजपा की सरकार को ट्रेनों के लेटलतीफी के मामले पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि अडानी का कोयला ढोने के लिए ट्रेनें लगातार चल रही है लेकिन छत्तीसगढ़ से चलने वाली यात्री ट्रेनें लगातार रद्द की जा रही हैं, छत्तीसगढ़ की जनता के साथ अन्याय करने वाले भाजपा नेता किस नैतिकता से छत्तीसगढ़ की जनता से वोट मांग रहे हैं।
कांग्रेस ने कहा कि भ्रष्टाचार पर बड़ी-बड़ी बात करने वाले अमित शाह, अडानी की शैल कंपनियों पर क्यों खामोश हो जाते हैं, रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडल के घोटालों पर क्यों मौन हैं। अमित शाह छत्तीसगढ़ की जनता पर एहसान जता कर गए कि केंद्र सरकार ने 9 साल में छत्तीसगढ़ को ₹3 लाख करोड़ दिए लेकिन यह नहीं बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले 9 साल में छत्तीसगढ़ से ₹5 लाख करोड़ वसूला है और अभी भी छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार से ₹55,000 करोड़ का भुगतान बकाया है।