गोंडवाना भवन कोंडागांव में स्थापित पेन स्थलों पर कलेक्टर के बुलडोजर अभियान के संबंध में, आदिवासीयों ने बुलाया महाबैठक*
कोंडागांव मिली सूत्रों के जानकारी अनुसार विगत दिनों बस्तर संभाग के हृदय स्थल पर स्थित जिला कोंडागांव के गोंडवाना समाज भवन पर निर्मित समाज के सहयोग से बनी आस्था केंद्र की दीवार को वर्तमान कलेक्टर दीपक सोनी ने अपनी आदिवासी विरोधी मानसिकता का पराकाष्ठा पार करते हुए जेसीबी चलाकर तोड़वा दिया। साथ ही साथ कई सदियों पूर्व से बसे कोंडागाव को बसाने वाले प्रथम व्यक्ति *गांयता* के पूर्वजों द्वारा स्थापित पेन स्थलों पर जेसीबी चलवा कर आदिवासियों के वजूद के साथ-साथ उनकी रूढ़ि प्रथा एवं आस्था पर चोट से शांत व निश्चल, सरल स्वभाव के लिए जाने जाने वाले आदिवासियों में अशांति फैलाने का कुत्सित प्रयास को विफल करने के लिए सोमवार 25 दिसंबर को कोंडागांव में महाबैठक आयोजित किया गया। 5 वीं अनुसूची क्षेत्र में इस तरह के तानाशाही तथा असंवैधानिक कृत्य का जवाब सुनने हजारों आदिवासीयों की उपस्थिति में जिसमें समाज के ग्राम प्रमुख, मुडा़ क्षेत्र , उपखंड, ब्लाक, जिला एवं संभाग स्तर के मुख्य पदाधिकारियों की उपस्थिति के साथ साथ वर्तमान कोंडागांव के जुझारु विधायक सुश्री लता उसेंडी जी की विशेष उपस्थिति में किया गया ।।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद से लेकर लगातार आदिवासियों के हक अधिकारों पर तथा उनके खात्मे के हर ओ साजिश रची जा रही है जिससे इनकी मान, सम्मान, हक, अधिकार, जमीनें, लूट, शोषण, अत्याचार आदि साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं, जिसमें व्यवस्थापिका के साथ साथ कार्यपालिका भी अहम रोल अदा कर रहा है ।आज की महाबैठक में इस बात की भी चिंता की गई कि जिले की कुल आबादी में से लगभग 80% वाली गोंड समुदाय की आस्था केंद्र की जमीन को सुरक्षित रखते हुए इस भूखंड में से एक इंच जमीन नहीं छोडी़ जाएगी क्योंकि जनसंख्या के आधार पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत करसाड़, मरका पंडुम, मड़ई, गांयता जोहारनी जैसे बडे़ कार्यक्रम वर्ष भर चलते रहता है ।बैठक में उपस्थित क्षेत्र की विधायक सुश्री लता उसेंडी ने भी आदिवासी समुदाय की आस्था केंद्र की जमीन को हर संभव सुरक्षित करने की आश्वासन दी है क्योंकि बडा़ समुदाय के हिसाब से काफी बडी़ जगह की आवश्यकता मससूस करते हुए प्रशासन को अपनी निर्माण प्रायोजन अन्यत्र स्थल पर किए जाने की बात तथा विधायक के द्वारा बहुत जल्द कलेक्टर कोंडागांव व सामाजिक पदाधिकारियों की एक प्रतिनिधी मंडल के मध्य बैठक कराये जाने की भी बात कही गई ।
इसी क्रम में कोंडागांव में कलेक्टर की कार्यवाही भी आदिवासियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। एक बडी़ आंदोलन की सुगबुगाहट आदिवासियों के मध्य चर्चा का विषय बनता दिख रहा है ।अब देखने वाली बात यह होगी कि इस जनाक्रोश का असर किस पर पडे़गा। उक्त बैठक में मुख्य रुप से विधायक सुश्री लता उसेंडी जी, कोंडागांव के प्रथम नागरिक नार्र गांयता तिरु.बलराम कोर्राम जी, गोंडवाना समाज समन्वय समिति जिला कोंडागांव के संरक्षक तिरु. रायसिंह नेताम, जिला उपाध्यक्ष तिरू.रूपचंद ध्रुव, तिरु. प्रभुराम मरकाम, सहसचिव तिरु.संतु नेताम जी, मीडिया प्रभारी तिरु. शिवलाल मरकाम जी, संरक्षक माकडी़ तिरु.घासीराम मरकाम, ब्लाक अध्यक्ष कोंडागांव तिरू.सोनधर नेताम जी, फरसगांव अध्यक्ष तिरू.छेरकू राम नेताम जी, केशकाल अध्यक्ष तिरु.सतऊ राम नेताम जी, अध्यक्ष माकडी़ पन्ना नेताम, जिला अध्यक्ष युवा प्रभाग रोशन गावडे़, ब्लाक अध्यक्ष तिरु.सतीश नेताम, उमेश नेताम, जशकेतु उसेंडी, जिला पंचायत सदस्य बालसिंग बघेल जी, शिवाजी नेताम, त्रीनाथ नेताम, अरूण नेताम, वैभव मरकाम, दशरू नेताम, कन्हैया पोयाम, गांयता परिवार के सदस्यों के साथ साथ संभागीय पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी, एव पांचो ब्लाक के संरक्षक, सचिव, पदाधिकारी, उप खंड और मुड़ा क्षेत्र के अध्यक्ष, सचिव, पदाधिकारी, तथा सैकडो़ं युवा युवती एवं कई सामाजिक चिंतक एवं समाज के अधिकारी – कर्मचारी भी शामिल रहे।