कूनो नेशनल पार्क में हुई एक और चीते की मौत
मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मंगलवार को मृत्यु हो गई. ये चीता नामीबिया से लाया गया था और इसका नाम शौर्य था. इसके साथ कूनो में मरने वाले चीतों की संख्या अब बढ़कर 10 हो चुकी है. शौर्य दसवां चीता था. लायन प्रोजेक्ट के निदेशक की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बोला गया है 16 जनवरी को लगभग 3:17 बजे नामीबियाई चीता ‘शौर्य’ की मृत्यु हो गई. मृत्यु की वजह का पोस्टमार्टम के उपरांत पता चलेगा. उसे जंगल में बेहोश पाया गया था जिसके बाद से उसका उपचार चल रहा था.
खबरों का कहना है कि कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और साउथ अफ्रीका से 20 चीते यहाँ लाए गए रहे. इसकी पूरे देश में चर्चा भी बहुत ज्यादा हुई थी. बाद में लग-अलग कारणों से अभी तक 7 वयस्क और 3 शावकों की मृत्यु हो चुकी है. वैसे ये मायूस करने वाली खबर से वक्त में सामने आई है जब कुछ ही दिन पहले अफ्रीकी देश नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने पार्क में तीन शावकों को जन्म दिया है.
इन तीनों शावकों को लेकर विन विभाग के अधिकारी बहुत ही ज्यादा उत्साहित थे. खुद केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इन शावकों की तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कर दिया था. उन्होंने न शावकों के जन्म को परियोजना चीता की शानदार सफलता करार दिया था. अच्छी बात ये है कि फिलहाल ये तीनों शावक स्वस्थ्य हैं.