ग्राम महामाई में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए डिप्टी सीएम
पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की
मुंगेली लोरमी विकासखंड के सुदूर वनांचल ग्राम महामाई में भूगर्भ से प्रगटित हनुमान जी एवं महामाई दाई की मूर्ति की नवनिर्मित मंदिर में आज प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। उन्होंने ऐतिहासिक एवं चमत्कारिक हनुमान जी एवं महामाई दाई की मूर्ति की विधि विधान से पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की तथा पूरे ग्रामवासियों को बधाई दी। ग्रामीणों ने बताया कि हनुमान जी एवं महामाई दाई की मूर्ति 300 वर्ष पूर्ण स्वयमेव भूगर्भ से प्रगट हुई थी। जिसके नाम पर ग्राम का नाम महामाई पड़ा।
समारोह में ग्रामीणों ने स्व प्रेरित होकर डिप्टी सीएम के समक्ष नशापन नहीं करने का संकल्प लिया। ग्रामीणों ने कहा कि न शराब बनाएंगे न ही शराब का सेवन करेंगे और समाज में जागरूकता लायेंगे। वहीं सामाजिक संस्था प्रयास अ स्माल स्टेप के द्वारा बैगा आदिवासियों के शिक्षा चिकित्सा के लिए किए जा रहे कार्यों की डिप्टी सीएम श्री साव ने सराहना की। उन्होंने बड़े महराज जी मारुति धाम देवरघटा से सभी के खुशहाली के लिए आशीर्वाद भी लिया।
डिप्टी सीएम ने ग्राम में लगाई जन चौपाल, सुनी लोगों की समस्याएं
महतारी वंदन का लाभ लेने बैगा आदिवासी महिलाओं को किया प्रेरित
डिप्टी सीएम श्री अरूण साव ग्राम महामाई में जन चौपाल लगाकर वनांचल में रहने वाले बैगा आदिवासियों की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने ग्राम में राशन, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा, विद्युत, आवास, शौचालय सहित शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामवासियों को मांग पर ग्राम में सामुदायिक भवन के लिए 05 लाख रुपए की घोषणा की। डिप्टी सीएम ने बैगा आदिवासी महिलाओं को महतारी वंदन योजना के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत शासन द्वारा 20 फरवरी तक आवेदन फॉर्म लिए जायेंगे। विवाहित महिला जो छत्तीसगढ़ राज्य की स्थानीय निवासी हो, इसके लिए पात्र होंगे।उन्होंने कहा कि योजना लागू होने के उपरांत प्रत्येक पात्र विवाहित महिलाओं को सरकार द्वारा प्रतिमाह 01 हजार रूपए की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की जायेगी। इससे महिला सशक्तिकरण एवं आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा मिलेगा। परिवारों में महिलाओं की भूमिका बढ़ेगी। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, संबंधित विभाग के अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।